एमबीएम न्यूज़/नाहन
सिरमौर के जामली गांव में एक अनोखा मामला सामने आया है। गांव में यमुना ” गाय” बिना गर्भधारण 11 साल से लगातार दूध दे रही है। इसे कुदरत का चमत्कार माना जा रहा है। ये कोई अंधविश्वास नहीं है, बल्कि वास्तविकता है। नाहन विकास खंड की देवका पुड़ला पंचायत के जामली गांव में एक परिवार के लिए यमुना किसी कामधेनु से कम नहीं है। पशुपालन विभाग ने इसकी वजह हार्मोनल का अंसतुलन बताया है,लेकिन खास बात यह है कि ऐसा दुर्लभ ही होता है।
यमुना “कामधेनु” ने 2009 में अंतिम बछड़े को जन्म दिया। इसके बाद गाय के गर्भधारण का सिलसिला खत्म हो गया। कृषक परिवार ने ये समझ लिया कि अब गाय बूढ़ी हो गई है। बावजूद इसके जब दूध देने का सिलसिला खत्म नहीं हुआ तो परिवार हैरत में पड़ गया। गाय की उम्र भी 24 साल हो गई है। बावजूद इसके गाय ने दूध देना बंद नहीं किया है।
खबर में ये कुछ खास….
यमुना देसी (दोगली) नस्ल की गाय है। कामधेनु बनी गाय रोजाना साढ़े तीन लीटर दूध दे रही है। शायद यह इस बात का नतीजा है कि लोक निर्माण विभाग से सेवानिवृत हुए मोहिंद्र सिंह व उनकी पत्नी सुमित्रा देवी ने वर्षों से गाय को अपने बच्चे की तरह पाला,अब माता -पिता रूपी दंपति का कर्ज यमुना चुका रही है।
दंपत्ति की देखभाल का ही नतीजा है कि गाय आज भी पूरी तरह तंदरुस्त है। देवका-पुड़ला पंचायत के पूर्व प्रधान राकेश ठाकुर ने बताया कि गाय की आज तक चिकित्सीय जांच तक नहीं कराई गई है। न ही 11 साल में कोई गर्भाधान का इंजेक्शन गाय को लगा है।
बिना गर्भधारण साढ़े तीन लीटर दे रही दूध
पशुुपालन विभाग की सहायक निदेशक डा. नीरू शबनम कहा कि गाय की जांच कर ली गई है। ये भले ही आश्चर्य वाली बात हो लेकिन, गाय में हार्मोनल डिस्ट्रबेंसिज की वजह से ऐसा हो रहा है। उन्होंने माना कि 2009 के बाद गाय ने गर्भ धारण नहीं किया।