एमबीएम न्यूज/शिमला
आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में सूबे की बेटियां तेजी से फलक छू रही हैं। हाल ही में पालमपुर की बेटी डॉ. मानसी वर्मा ने अपनी प्रतिभा का लोहा देश भर में उस वक्त मनवाया था, जब एम्स में कार्डियोवस्कुलर की देश भर में एकमात्र सीट पर कब्जा किया था। अब डॉक्ट्रेट ऑफ मेडिसन करेंगी। अब फिर पालमपुर क्षेत्र की ही एक ओर बेटी ने उपलब्धि हासिल की है।
टांडा मेडिकल से एमबीबीएस करने के बाद पालमपुर की रहने वाली डॉ. वर्षा सपहिया प्रदेश की पहली युवती होंगी, जो पीजीआई चंडीगढ़ से इंटेसिव केयर व एनेस्थीजिया में पोस्ट ग्रैजुएट होंगी। संभव है कि अगला मुकाम इसी फील्ड में डॉक्ट्रेट ऑफ मेडिसन का होगा। फोकस हिमाचल के फेसबुक अपडेट के मुताबिक डॉ. वर्षा सपहिया न केवल एक बेहतरीन चिकित्सक हैं, बल्कि बेहतरीन नृत्यांगना भी है। टेबल टेनिस व बास्केटबॉल की खिलाड़ी भी हैं। संभावना जताई जा रही है कि प्रदेश के इंटेसिव केयर प्रबंधन ने सुधार करने को लेकर क्रांतिकारी परिवर्तन लाने में वो अहम भूमिका अदा कर सकती हैं।
गौरतलब है कि गत वर्ष शिमला की डॉ. योगिता डोगरा ने भी एम्स में आईवीएफ में डॉक्ट्रेट ऑफ मेडिसन की एक सीट पर कब्जा किया था। एमबीएम से बातचीत में डॉ. योगिता डोगरा ने कहा था कि वो वापस लौटकर बांझपन की समस्या को दूर करने में लोगों की मदद करना चाहती हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर किसी की गोद में बच्चे की किलकारी गूंज जाए, इससे बेहतर सुकून नहीं हो सकता। यह अलग बात है कि प्रदेश में आईवीएफ से जुड़ी प्रयोगशाला नहीं है।