एमबीएम न्यूज़/नाहन
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के सिरमौर के डीसी ललित जैन पर आरोप का मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय ने संज्ञान लिया है। मुख्य चुनाव अधिकारी देवेश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बयान का “सू मोटो” लिया है। स्वयं ही संज्ञान लेते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ने सिरमौर के डीसी से 48 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा है। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बड़ा चौंक की रैली में कहा था कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के लिए 10-12 दिनों से चौगान मैदान बुक किया गया है।
डीसी की रिपोर्ट मिलने के बाद ही मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय अगली कार्रवाई अमल में ला सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने डीसी को डरपोक की संज्ञा देते हुए यहां तक कह दिया था कि कहीं डीसी चौगान मैदान को अमित शाह के नाम ही न कर दे। शायद, सिरमौर के डीसी ललित जैन ने भी मुख्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय का रुख भांप लिया था इसी कारण शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह कहा था कि मैदान की बुकिंग सहायक निर्वाचन अधिकारी द्वारा की जाती है।
माना यह भी जा रहा है कि मुख्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय से इस बाबत रिपोर्ट मांगे जाने के बाद ही डीसी ने अपना स्टैंड मीडिया में स्पष्ट करने की कोशिश की होगी। कुल मिलाकर सिरमौर के डीसी ललित जैन की जवाब तलबी हो गई है। सवाल बात पर उठता है कि जिला निर्वाचन अधिकारी मामले में गेंद सहायक निर्वाचन अधिकारी के पाले क्यों डाल रहे है। अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी दलीप नेगी ने सिरमौर के डीसी से जवाब मांगे जाने की पुष्टि की है।
डीसी ने कहा ..
भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशानुसार राजनैतिक दलों को जनसभा अथवा रैली इत्यादि करने के लिए स्थल का आबंटन संबधित विधानसभा क्षेत्र के सहायक निर्वाचन अधिकारी एवं एसडीएम द्वारा किया जाता है, जिसमें -पहले आओ-पहले पाओ को प्राथमिकता दी जाती है।
स्वतंत्र एवं निष्पक्ष लोकसभा सहायक निर्वाचन अधिकारी नाहन के अनुसार चौगान में जनसभा अथवा रैली करने के लिए भाजपा के अतिरिक्त किसी भी राजनैतिक दल द्वारा आवेदन नहीं किया था।