शिमला (एमबीएम न्यूज) : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने ऊना जिले के धुसाड़ा में दिए उनके भाषण को कुछ समाचार पत्रों द्वारा तोड़-मरोड़ कर पेश करने पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि उनके भाषण के कुछ अंशों को इसकी मूल भावना से अलगकर बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल तथा सांसद अनुराग ठाकुर के सम्मान को ठेस पहुंचाने की उनकी कोई मंशा नहीं थी। वह हर व्यक्ति विशेष की प्रतिष्ठा का पूर्ण सम्मान करते हैं। यदि उनके शब्दों से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो उन्हें अपने शब्द वापिस लेने में कोई गुरेज नहीं है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि उनके ऊना दौरे के दौरान स्थानीय लोगों ने उन्हें जानकारी दी कि क्षेत्र के लिए विभिन्न केन्द्रीय परियोजनाओं में जान बूझकर देरी की जा रही है। 500 करोड़ रुपये के इंडियन ऑयल डिपू का शिलान्यास रखने में काफी विलंब के कारण इसका कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका है, जबकि प्रदेश सरकार ने इस परियोजना से संबंधित भूमि हस्तांतरण इत्यादि सभी औपचारिकताएं काफी पहले पूरी कर ली थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊना जिले में 922.48 करोड़ रुपये की स्वां नदी बाढ़ प्रबन्धन परियोजना भारत सरकार के बाढ़ प्रबन्धन परियोजना के अन्तर्गत 70:30 की हिस्सेदारी के आधार पर कार्यान्वित की जा रही है, लेकिन केन्द्र सरकार ने इस परियोजना के लिए अपने हिस्से की राशि अभी तक जारी नहीं की है। इस परियोजना के लिए वर्ष 2014-15 के दौरान 308 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया था और 70 प्रतिशत की वित्त पोषण पद्धति के अनुरूप भारत सरकार द्वारा 215.60 करोड़ रुपये की धनराशि दो किश्तों में केन्द्रीय सहायता के रूप में जारी की जानी थी। उन्होंने कहा कि जहां प्रदेश सरकार ने 2014-15 के दौरान अपने हिस्से की पूरी धन राशि जारी की, वहीं केन्द्र सरकार ने 107.80 करोड़ रुपये की केवल एक किश्त जारी की। इसी तरह वर्ष 2015-16 में प्रदेश सरकार ने अपने हिस्से की पूरी धनराशि जारी की, लेकिन केन्द्र सरकार ने अभी तक कोई धन राशि जानी नहीं की है तथा प्रदेश पर पूरा बोझ डाल दिया है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि उन्हें इस बारे में अवगत करवाया गया है कि ऊना जिले के बुर्नो में सीएसडी कैंटीन खोलने के मामले में भी अनावश्यक देरी की जा रही है। जबकि इस उद्देश्य के लिए सैनिक कल्याण विभाग को भूमि हस्तांतरित की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीतिक कारणों के चलते कुछ केन्द्रीय परियोजनाओं के कार्यन्वयन में हो रहे विलम्ब पर चिंता के चलते उन्होंने कुछ कड़ी टिप्पणियां की थीं। उन्होंने कहा कि यह एक स्वतः स्फूर्त प्रतिक्रिया थी और सामान्यतः वह इस लहजे में नहीं बोलते। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा किसी को व्यक्तिगत तौर पर ठेस पहुंचाने की नहीं थी।
उन्होंने अनुराग ठाकुर को सकारात्मक सोच अपनाने तथा लोगों के व्यापक हित के मद्देनजर अपने निर्वाचन क्षेत्र व प्रदेश के विकास के लिए कार्य करने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि वह विपक्ष के नेताओं का पूरा सम्मान करते हैं।
नोट:- मुख्यमंत्री ने अपने बयान में पूर्व मुख्यमंत्री को साहब व सांसद अनुराग को बेटे के शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया है। इन शब्दों का इस्तेमाल खबर में केवल बयान को देखते हुए किया गया है।