शिमला (एमबीएम न्यूज) : पर्यटन नगरी मसूरी में स्थित आईएएस अकादमी गोलीकांड की वारदात के तार हिमाचल से जुड़े हैं। शुक्रवार को इस गोलीकांड का आरोपी चंद्रशेखर हिमाचल के कांगड़ा जिला का रहने वाला है, जबकि इस वारदात में मारा गया आईटीबीपी का सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र लाल भी राज्य के शिमला जिला का ही रहने वाला है।
लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकादमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन मसूरी में सामने आई इस वारदात के आरोपी व आईटीबीपी के जवान चंद्रशेखर ने रविवार को चंडीगढ़ के सैक्टर-36 के थाना में आत्म समर्पण किया है। इसके बाद इसकी सूचना मिलते ही उत्तराखंड पुलिस ने चंद्रशेखर को कब्जे में ले लिया है। इस हत्याकांड में घायल एक जवान अख्तर हुसैन की हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
इस वारदात को अंजाम देने के बाद चंद्रशेखर अपनी सरकारी गन (लाइट मशीनगन) को भी साथ लेकर फरार हो गया था। देहरादून पुलिस ने प्रारंभिक छानबीन में पाया है कि वारदात को अंजाम देने के बाद आसपास ही हथियार को छिपाया गया है। अब चंद्रशेखर की गिरफ्तारी के बाद हथियार की तलाश उसकी निशानदेही पर की जा सकती है। अकादमी में आरोपी समेत मृतक बतौर सुरक्षा कर्मी तैनात थे।
शुरूआती जांच में यह भी पता चला है कि आपसी कहासुनी के बीच चंद्रशेखर ने एसआई सुरेंद्र लाल पर तीन गोलियां दाग दी। देहरादून के एसपी (सिटी) अशोक सिंह ने आरोपी के आत्म समर्पण करने की पुष्टि करते हुए कहा कि सूचना मिलते ही पुलिस टीम को चंडीगढ़ रवाना कर दिया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना में घायल जवान अख्तर हुसैन की हालत स्थिर है।