अमरप्रीत सिंह/सोलन
नौणी यूनिवर्सिटी की छात्रा जागृति ठाकुर को वर्ष 2018 के लिए अमेरिका स्थित इंटरनेशनल प्लांट न्यूट्रिशन इंस्टीट्यूट (आईपीएनआई) विज्ञान पुरस्कार के लिए चुना गया है। खास बात यह है कि हर साल दुनिया भर से सिर्फ 30 स्कॉलर्स को ही इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। वर्तमान में जागृति नौणी विवि के मृदा विज्ञान और जल प्रबंधन विभाग में पीएचडी कर रही है। आईपीएनआई पुरस्कार डॉक्ट्रेट कार्यक्रम के लिए अनुसंधान के विषय-संक्षेप के आधार पर ही दिया जाता है।आईपीएनआई के क्षेत्रीय समितियां के वैज्ञानिक इस पुरस्कार के विजेताओं का चयन करती हैं।
इस अवार्ड में 2,000 अमेरिकी डॉलर का नकद पुरस्कार और एक प्रमाण पत्र शामिल है, जिसे आईपीएनआई द्वारा विश्वविद्यालय में एक समारोह के दौरान जागृति को दिया जाएगा। मृदा विज्ञान और जल प्रबंधन विभाग से पुरस्कार को जीतने वाली जागृति दूसरी छात्र है। कुल्लू जिला के भुंतर से संबंध रखने वाली जागृति ने नौणी विवि से अपनी बीएससी और एमएससी की पढ़ाई पूरी की है। वर्तमान में ‘उच्च घनत्व वृक्षारोपण के तहत सेब के लिए सिंचाई और फर्टिगेशन सारणी का मानकीकरण’ विषय पर पीएचडी का शोध कार्य कर रही है।
पिछले एक साल से वो हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना (एचपीएचडीपी) के तहत विश्वविद्यालय में लगाए गए, उच्च घनत्व सेब बागानों में अनुसंधान कर रही है। माता-पिता और विश्वविद्यालय के शिक्षकों का धन्यवाद करते हुए जागृति ने कहा कि अब वे उच्च घनत्व वृक्षारोपण के तहत सेब के लिए सिंचाई और उर्वरक सारणी विकसित करने के लिए और अधिक परिश्रम करेगी। उनके अनुसार यह शोध कार्य संसाधनों के बेहतर उपयोग और कृषि आय बढ़ाने में सहायक होगा। उन्हें पूरा भरोसा है कि इस शोध को वह अगले दो से तीन वर्षों में पूरा कर लेंगें। जिसके बाद यह ज्ञान बागवानों के साथ साझा किया जाएगा।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एचसी शर्मा ने छात्र और रिसर्च गाइड को बधाई देते हुए कहा कि विश्व विद्यालय के लिए गर्व पूर्ण क्षण है। क्योंकि दुनिया भर से केवल 30 छात्रों और वैज्ञानिकों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार विश्वविद्यालय में किए जा रहे शोध की गुणवत्ता का भी प्रमाण है।