एमबीएम न्यूज/नाहन
शुक्रवार दोपहर दलित नेता केदार सिंह जिन्दान की मौत हादसे में नहीं हुई है, बल्किे स्कार्पियो (एचपी85-7300) के नीचे कुचल कर निर्मम हत्या की गई है। करीब 8 घंटे की प्रारंभिक छानबीन के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि जिन्दान की हत्या सोची-समझी रणनीति के तहत हुई है। लिहाजा हत्या का मामला आईपीसी की धारा-302 के तहत शिलाई थाना में दर्ज किया गया है। पुलिस की शुरुआती जांच में साफ़ हुआ है कि पहले जिन्दान को लाठियों से पीटा गया इसके बाद उस पर गाड़ी चढ़ा दी गई। इस वारदात में पुलिस ने जयप्रकश व गोपाल को हिरासत में ले लिया है। सनद रहे कि हिरासत में लिया गया आरोपी जयप्रकश इस समय बकरास पंचायत का उपप्रधान भी है।
मौके पर जिन्दान के शव की भयावक तस्वीरें व्हाटस एप पर तीन बजे के बाद से जमकर वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों को एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने शेयर न करने का फैसला लिया है, क्योंकि तस्वीरें बेहद विचलित कर देने वाली हैं। दोपहर 2 बजे के आसपास जब जिन्दान की मौत की खबर आई थी,उस वक्त पुलिस इस बात के नतीजे पर नहीं पहुंची थी कि दुर्घटना है या हत्या। अगर पुलिस की तफ्तीश में हादसा पाया जाता तो मुकदमा आईपीसी की धारा-279 व 304ए के तहत दर्ज किया जाता।
अब चूंकि पुलिस ने मामला 302 के तहत दर्ज किया है, लिहाजा पुलिस इस नतीजे पर पहुंच चुकी है कि जिन्दान की हत्या की गई है। अपुष्ट जानकारी के मुताबिक जिन्दान घर से शिमला जाने के लिए निकले थे। इसके लिए टिम्बी से एक बाइकर से लिफ्ट भी मांगी थी। गौरतलब है कि जहां जिन्दान का शव बरामद हुआ, उससे कुछ मीटर आगे ही पुलिस ने काले रंग की स्कार्पियो को बरामद किया। स्कॉर्पियो पर खून के छींटे साफ नजर आ रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक मामले की गंभीरता को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र ठाकुर भी देर शाम शिलाई पह़ुंच गए। संभावना जताई जा रही है कि फोरेंसिक टीम को भी बुलाया जा सकता है। इस मामले में कांग्रेस व भाजपा की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सनद रहे कि जिन्दान ने शिलाई विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था। उधर एसपी रोहित मालपानी ने आईपीसी की धारा-302 के तहत मामला दर्ज होने की पुष्टि करते हुए कहा कि जल्द ही गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
इस लिंक पर पढें पूरा मामला https://goo.gl/iGN5bT