एमबीएम न्यूज/शिमला
सूबे के राजनीतिक हलकों में कुछ अरसे से पूर्व सीएम धूमल को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें चल रही हैं। अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के शिमला प्रवास से करीब डेढ़ सप्ताह पहले धूमल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद इन अटकलों को बल मिल गया है। दीगर है कि बीती रोज पूर्व सीएम ने प्रधानमंत्री से दिल्ली में मुलाकात की है।
राजनीतिक हलकों में इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। चर्चाओं के मुताबिक पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व देश की हरेक लोकसभा सीट पर वर्किंग कर रहा है। एक भी सीट को हलके में नहीं लिया जा रहा। लिहाजा कोशिश की जा रही है कि पार्टी एकजुट होकर मैदान में उतरेगी तो 2019 का बहुमत दोबारा लेना आसान हो सकता है। पूर्व सीएम धूमल को बतौर मुख्यमंत्री दो मर्तबा सरकार चलाने के अनुभव के अलावा पार्टी संगठन का भी तजुर्बा है।
10 साल तक सीएम रहने की वजह से भी धूमल के समर्थक प्रदेश के हरेक कोने में मौजूद हैं। पूर्व सीएम के चेहरे पर ही भाजपा ने विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल किया था। पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष सतपाल सत्ती का भी कार्यकाल पूरा हो रहा है। कुल मिलाकर यह तो वक्त ही बताएगा कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व पूर्व सीएम को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपेगा या नहीं।