एमबीएम न्यूज/नाहन
कानून के हाथ लंबे होते हैं। यह बात एक बार फिर सिरमौर पुलिस ने साबित कर दिखाई है। गुनाहगार चाहे हुलिया बदल ले, कानून के हाथ उस तक पहुंच ही जाते हैं। बशर्ते कानून के रखवाले शिदद्त से मेहनत कर रहे हों। इस बार पुलिस ने ऐसे भगौड़े हत्यारे को दबोचने में कामयाबी हासिल की है, जिसने दो पुलिस कर्मियों को जेल की हवा खिलवा दी थी। दबोचा गया आरोपी पुलिस टीम के साथ
बीती शाम पुलिस ने दिल्ली के ओखला से सविन्द्र को गिरफ्तार किया है, जो अपना पूरी तरह से हुलिया बदलने के बाद पहचान भी बदल चुका था। दरअसल 6 साल पहले पांवटा साहिब गुरुद्वारे मेें पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले सविन्द्र सिंह ने एक व्यक्ति की हत्या के बाद उसकी पिकअप छीन ली थी। उसके खिलाफ आईपीसी की धारा-302, 382 व 34 के तहत मामला दर्ज हुआ।
वारदात के बाद पंजाब पुलिस ने चोरी की पिकअप के साथ सविन्द्र को गिरफ्तार किया, जिसे बाद आरोपी की सुपुर्दगी सिरमौर पुलिस को कर दी गई, लेकिन महज एक दिन में ही पेशी पर ले जाने के दौरान सविन्द्र पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया। आरोपी की फरारी के बाद दो पुलिस कर्मियों को जिला व सत्र न्यायधीश की अदालत ने लापरवाही पर सजा सुनाई थी। इसके बाद दोनों पुलिस कर्मियों को 11 महीने की न्यायिक हिरासत भुगतनी पड़ी थी।
लंबे अरसे तक पुलिस उसकी तलाश करती रही, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। लिहाजा उसे अदालत से भगौड़ा घोषित कर दिया गया। 2012 के सनसनीखेज मर्डर की फाइल दोबारा खुलेगी, क्योंकि पहले एक दिन के भीतर ही आरोपी फरार हो गया था। उल्लेखनीय है कि शातिर अपराधी के अलावा पीडि़त भी गुरुद्वारे में कमरा लेकर ठहरा हुआ था। एसपी रोहित मालपानी ने पुष्टि करते हुए कहा कि हत्या के मामले में अब नए सिरे से जांच की जाएगी।