नीना गौतम/ कुल्लू
बंजार विस् क्षेत्र के तहत खाड़ागाड़ ज़िला परिषद के उपचुनाव में स्थानीय विधायक सुरेंद्र शौरी अपनी प्रतिष्ठा नहीं बचा पाए हैं। खाड़ागाड़ उप चुनाव में इस बार जनता ने पक्ष के साथ विपक्ष को मजबूत करने का निर्णय दिया है। यहां पर कांग्रेस समर्थित दुष्यंत ठाकुर चुनाव जीत गए हैं और भाजपा ने जो जोर आजमाइश की थी उसका जनता ने जवाब दे दिया है।
मात्र छह माह में बंजार में जनता का भाजपा से मोह भंग हो गया है। जनता में सत्तापक्ष के खिलाफ यहां भारी आक्रोश है। जो वादे चुनाव के दौरान किए थे वे एक भी पूरे नहीं हुए हैं इसलिए जनता ने भाजपा को सत्ता में होते हुए करार जवाब दिया है कि सत्ता की चाबी आखिर जनता के हाथ में है। उधर दुष्यंत की जीत के बाद बंजार में कांग्रेस में जश्न का माहौल है।
सनद रहे कि कुल्लू प्रदेश प्रदेश के पावर फुल मंत्री गोविंद ठाकुर का भी गृह ज़िला है। कांग्रेस प्रत्याशी को 6913 वोट हासिल हुए,जबकि बीजेपी को 5948 मत पड़े। इसके इलावा 110 मत रद्द किये गए, वही नोटा में 73 वोट डले।
उधर भाजपा के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा से कम नहीं था। भाजपा ने इस चुनाव को जीतने के लिए पूरी मशीनरी लगा ली थी फिर भी जनता के सामने एक नहीं चली। यहां यह चुनाव भाजपा विधायक सुरेंद्र शौरी बनाम कांग्रेस प्रत्याशी दुष्यंत माना जा रहा था। इस चुनाव को विधायक सुरेंद्र शोरी की अग्नि परीक्षा माना जा रहा था लेकिन वे इस अग्नि परीक्षा में फेल हो गए हैं। सुरेंद्र शौरी बंजार की पैरवी करने में कितने सफल हुए इसका भी इस पंचायत चुनाव में पता चल गया है।
अगर बंजार की धरती में सच में विकास हुआ होता, अगर धरती में सच में बदलाव हुआ होत तो भाजपा समर्थित उम्मीदवार को यह चुनाव निशिचित तौर पर जीतना चाहिए था। जनता का मानना है कि भाजपा द्वारा विकास व बदलाव की सिर्फ कोरी अफवाहें ही फैलाई गई, यही कारण है कि भाजपा समर्थित उम्मीदवार को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। लेकिन मतदाताओं के मन में क्या चला था और क्या बात चली थी इसको लेकर प्रत्याशी भी खासे परेशान थे, लेकिन यहां दुष्यंत की जीत पहले से ही इसलिए मानी जा रही थी कि विधायक जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे थे।
मतदाताओं का कहना है कि विधायक द्वारा भाजपा के बरिष्ठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई है। जो इस वार इस पंचायत चुनाव में भाजपा समर्थित उम्मीदवार पर भारी पड़ गई है। कुछ मतदाताओं का कहना है कि हालांकि बालक राम को जनता एक अच्छा इंसान मानती है, जिनसे कोई नाराजगी नहीं थी। बहरहाल जनता ने सत्ता पक्ष को नकार दिया है और जनता ने विधायक पर विश्वास न कर विधायक को नकार कर विपक्ष जताया है और बंजार में जश्न का माहौल है।
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