एमबीएम न्यूज / नाहन
शहर के 17 साल के होनहार ऋत्विक पासी ने एनडीए(राष्ट्रीय रक्षा अकादमी)की परीक्षा में सफलता पाई है। 4 सितंबर 2000 को किरण गौतम पासी व कमल पासी के घर जन्में ऋत्विक ने अपने जुड़वां भाई सात्विक के साथ 2010-11 के बैच में छठी कक्षा में सैनिक स्कूल सुजानपुर टिहरा में दाखिला हासिल किया था। हालांकि इस स्कूल में स्टुडेंटस को एनडीए व सीडीएस की परीक्षा के मकसद से विशेष शिक्षा दी जाती है, लेकिन ऋत्विक ने पांचवी कक्षा में ही सैन्य अधिकारी बनने का सपना देख लिया था। अब ऋत्विक को ट्रेनिंग के चार साल ही गुजारने हैं।
इसके बाद बचपन में देखा सपना साकार हो जाएगा। सैनिक स्कूल में भी ऋत्विक साधारण छात्र नहीं था। यही बड़ी वजह है कि जमा दो की पढ़ाई के दौरान ऋत्विक को स्कूल में लिटरेरी कैप्टन की भी जिम्मेदारी मिली। उल्लेखनीय है कि लिटरेरी कैप्टन स्कूल की तमाम गतिविधियों को संचालित करता है। इसमें ऋत्विक के शानदार अनुभवों में स्कूल पहुंचे सेना केे मेजर जनरल का स्वागत शामिल है।
ऋत्विक की मां किरण गौतम पासी एक भाषा अध्यापिका हैं, जबकि पिता शारीरिक शिक्षक हैं। बड़ी बहन प्रतिष्ठा पासी भी होनहार हैं, जो कृषि विज्ञान में अपना कैरियर बनाने के लिए पूरी मेहनत कर रही हैं। बहन का लक्ष्य एग्रीकल्चर के क्षेत्र मेें मास्टर डिग्री का है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में ऋत्विक ने बताया कि तीन साल की ट्रेनिंग खडग़वासला में होगी, जबकि एक साल की ट्रेनिंग आईएमए में पूरी होगी। उन्होंने कहा कि बचपन से ही सैन्य अधिकारी बनने का शौक रहा।
17 वर्षीय ऋत्विक का यह भी कहना था कि स्कूल का लिटरेरी कैप्टन बनने का अनुभव भी बेहतरीन रहा। उन्होंने माता-पिता के अलावा स्कूल के शिक्षकों व प्रबंधन को सफलता का श्रेय दिया है। उधर एनडीए में कामयाब ऋत्विक के पिता कमल पासी का कहना था कि दोनों ही भाईयों ने बचपन में एक घटना को महसूस किया था, जिसमें सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन में कई लोगों की जानें बचाई थी। तब से ही जुड़वां भाईयों ने सैन्य अधिकारी बनने का सपना देखा था।
सनद रहे कि ऋत्विक ने पांचवी की शिक्षा कारमल कान्वेंट में पूरी की थी। इसके बाद सैनिक स्कूल में दाखिला लिया।
एनडीए की परीक्षा में देश भर से लाखों उम्मीदवार हिस्सा लेते हैं। लिखित परीक्षा के बाद करीब एक हजार का मेडिकल होता है। एसएसबी के बाद 400 को अंतिम नतीजे में सफल घोषित किया गया। ऋत्विक ने सैनिक स्कूल में एसएसबी में टॉप किया है। यहां से 15 छात्रों ने एनडीए की परीक्षा में सफलता हासिल की।