कुल्लू (एमबीएम न्यूज) : रक्तदान को सबसे बड़ा दान माना गया है। यह बहुत कम रक्तदाता जानते होंगे कि उनके एक यूनिट रक्तदान से तीन लोगों को जीवनदान मिल सकता है। हालांकि इस तरह की सुविधा टांडा व आईजीएमसी मेडीकल कॉलेजों में ही उपलब्ध है, लेकिन अब कुल्लू के अस्पताल को भी यह सुविधा जल्द मिल सकती है।
दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अपने कुल्लू प्रवास के दौरान ब्लड सैपरेट कंपोनेंट यूनिट को स्वीकृति प्रदान की। इस यूनिट के खुल जाने से रक्तदाता के खून के कंपोनेंट अलग-अलग रोगियों को उपलब्ध करवाए जा सकते हैं।
इस यूनिट के खुलने से कुल्लू के अलावा मंडी, लाहौल-स्पीति व चंबा जिलों के 8 विधानसभा क्षेत्रों को फायदा मिलेगा क्योंकि यह तमाम क्षेत्र कुल्लू अस्पताल पर ही मेडीकल सुविधा के लिए निर्भर रहते हैं।
क्या है सैपरेट कंपोनेंट यूनिट?
इस यूनिट के न होने की सूरत में एक रक्तदाता का खून केवल एक ही मरीज को चढ़ाया जाता है, जबकि खून में 3 से 4 कंपोनेंट अहम होते हैं। इसमें लाल खून कोशिका, श्वेत खून कोशिका, प्लेटल व प्लाज्मा होता है। ब्लड की जरूरत वाले रोगियों को भी आवश्यकतानुसार रक्तदाता के खून के कंपोनेंट की आवश्यकता होती है।
विशेषज्ञों के मुताबिक प्लेटल कंपोनेंट उन रोगियों को दिया जाता है, जिनको अंदरूनी रक्त रिसाव हो रहा हो या फिर रोगी डेंगू का मरीज हो। लाल व सफेद कोशिकाएं उन रोगियों को दी जाती हैं, जिनके भीतर खून की कमी होती है।
प्लाज्मा कंपोनेंट कैंसर, पानी की कमी व डि-हाईड्रेशन के रोगियों को दिया जाता है। कुल्लू नगर परिषद व रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष रिषभ कालिया ने केंद्रीय मंत्री का यह सुविधा प्रदान करने पर आभार व्यक्त किया है।