शैलेंद्र कालरा / नाहन
अतीत के पन्नों मेंं कई ऐसी सनसनीखेज वारदातें दफन हैं, जिसने किसी वक्त पूरी व्यवस्था को ही हिलाकर रख दिया था। इसी कड़ी में 16 अगस्त 2004 की एक वारदात भी शामिल है। इसमें फांसी के सजायाफ्ता खूंखार कैदी श्यामल राव रेड्डी ने नाहन जेल की सलाखों को तोड़ दिया था। राजधानी में दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद उसे फांसी की सजा मिली थी। उस रात मूसलाधार बारिश हो रही थी।
जेल तोडक़र रेड्डी ऐसा भागा की आज तक तमाम एजैंसियां उसका कोई पता नहीं लगा पाई हैं। इंटरपोल ने 19 जुलाई 2011 को रैड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद शिमला से भी रेड्डी फरार हुआ था, लेकिन उसे नाहन के समीप दबोच लिया गया। मूलत: आंध्र प्रदेश के रहने वाले श्यामल राव रेड्डी को पकडऩा अब हिमाचल पुलिस के लिए एक सपने के बराबर ही है। रिकॉर्ड में रेड्डी की एकमात्र तस्वीर है, लेकिन लाजमी तौर पर 14 साल बाद श्यामल राव रेड्डी का हुलिया पूरी तरह से बदल चुका होगा।
सनद रहे कि रेड्डी की फरारी के बाद जेल महकमे के कई अधिकारी नप गए थे। यहां तक की होमगार्ड कर्मियों को बर्खास्तगी का सामना भी करना पड़ा था। करीब एक साल पहले सिरमौर की तत्कालीन एसपी सौम्या सांबशिवन ने रेड्डी की फाइल से धूल हटाने की कोशिश की थी। लेकिन मेहनत रंग नहीं लाई थी। जिस संदिग्ध को पकड़ा गया था, उसके फिंगर प्रिंट मैच नहीं हुए थे, जो असल रेड्डी के 14 साल पहले लिए गए थे।
सूत्रों का यह भी कहना है कि रेड्डी की फाइल पर अब मोटी परत जम चुकी है, जिसको हटाना लगभग नामुमकिन है। रेड्डी के ठिकाने को लेकर कई तरह की आशंकाएं हैं। इसके मुताबिक रेड्डी ने फरार होने के बाद ही देश छोड़ दिया होगा या फिर गुरबत के तरीके का जीवन जी रहा होगा। एक धारणा उसकी मौत को लेकर भी है। यह साफ नहीं है कि रेड्डी के परिवार को लेकर पुलिस को कोई जानकारी है या नहीं।
Latest
- जिस्पा में 32 प्रशिक्षुओं को दिया गया 26 दिवसीय पर्वतारोहण का बेसिक कोर्स
- कांगड़ा : आचार सहिंता में घर से बरामद हुई 6.86 लाख की अवैध शराब, एक काबू
- हिमाचल में संसदीय क्षेत्रों व विधानसभा उप-चुनाव के लिए कुल 84 नामांकन, छठे दिन 27 ने भरा पर्चा
- CBSE 12वीं के परीक्षा में सत्यम अग्रवाल ने बायोलॉजी में हिमाचल में किया टॉप
- हिमाचल की धाकड़ गर्ल हरेक स्टेयरिंग पर माहिऱ, खतरनाक सड़कों पर निडरता…बेमिसाल कलाकार