शिमला (एमबीएम न्यूज़): प्रदेश की लाडली बेटी आकृति शर्मा को बचपन से ही पुलिस अधिकारी बनने का शौक था। यह सपना 29 साल की उम्र में पूरा हो गया। इसके बाद चाहती थी कि आईपीएस बनकर पैतृक प्रदेश में ही अपनी सेवाएं दे। बेटी की यह इच्छा भी पूरी हो गई है। आईपीएस आकृति शर्मा को हिमाचल कैडर मिला है।
ट्रेनिंग पूरी होने के बाद बतौर आईपीएस अधिकारी आकृति ने पुलिस मुख्यालय में ज्वॉयनिंग दे दी है। मूलत: ऊना की रहने वाली आईपीएस आकृति शर्मा का जन्म 19 जुलाई 1986 को पुलिस महकमे से सेवानिवृत डीआईजी आरएम शर्मा व डॉ. मीना के घर पर हुआ। कमाल देखिए, बचपन में एक बेटी फेंसी ड्रैस में भी पुलिस अधिकारी बनने का चाव दिखाती थी। आज हकीकत में कड़ी मेहनत के बूते बेटी को असल आईपीएस अधिकारी की यूनिफॉर्म मिल गई है।
एमबीबीएस कर चुकी आकृति शर्मा ने 2011 में सिविल सर्विसिज की तैयारी शुरू की थी। नेवी में लेफ्टिनेंट कमांडर के पद पर तैनात पति सुमित कुमार ने डॉ. आकृति का हर कदम पर साथ दिया। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से पहले बातचीत में आकृति ने कहा था कि कैडर गृह मंत्रालय तय करता है, लेकिन पहली प्राथमिकता अपने प्रदेश की है।
कुल मिलाकर यह तय हुआ है कि कड़ी मेहनत व शिद्दत से कदम उठाए जा रहे हों तो मंजिल मिल ही जाती हैं। साथ ही कायनात भी मददगार होती है। बहरहाल यह पंक्तियां आईपीएस आकृति पर सटीक बैठती हैं।
“अकेले ही चले थे, जानिब ए मंजिल हम,
आज पूरा कारवां साथी है, अभी तो मापी है मुट्ठी भर जमीं हमने
आगे पूरा आसमां बाकी है।” – प्रो. एचआर राणा