शिमला (एमबीएम न्यूज): 27 दिसंबर को सूबे के मुख्यमंत्री बनने जा रहे जयराम ठाकुर ने पहली पत्रकारवार्ता में कुछ प्रस्तावित कदमों को लेकर संकेत दे दिए हैं। भावी सीएम ने कहा कि निश्चित तौर पर भाजपा द्वारा कांग्रेस सरकार के खिलाफ सौंपी गई चार्जशीट पर कदम उठाए जाएंगे, लेकिन साफ कर दिया कि बदले की भावना से कोई कार्रवाई नहीं होगी।
भावी मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि रिटायर्ड व टायर्ड अधिकारी नहीं चलेंगे। उन्होंने कहा कि शपथ लेने के बाद सबसे पहले इसी मुद्दे पर विचार करने जा रहे हैं।
प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था पर पूछे गए सवाल पर जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश आज विकट परिस्थिति से गुजर रहा है। वीआईपी कल्चर पर भी अंधाधुंध पैसा खर्च किया गया। भावी सीएम ने कहा कि आज प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था तहस-नहस हो चुकी है। उन्होंने कहा कि गुडिया को इंसाफ दिलाने के लिए सरकार पीछे नहीं रहेगी। भावी सीएम ने कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरह से लडख़ड़ाई हुई है। इसे पटरी पर लाने की हर संभव कोशिश की जाएगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के निर्माता डॉ. वाईएस परमार की सोच को भी आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल के गठन को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है।
प्रदेश में पर्यटन के विकास को लेकर जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कई नेशनल हाईवे व फोरलेन मंजूर किए गए हैं, लेकिन निवर्तमान सरकार ने इन योजनाओं को हाशिए पर लगा रखा था। उन्होंने कहा कि सडक़ों के नेटवर्क से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है। लिहाजा इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। मंडी से चुनाव जीते अनिल शर्मा मंत्री होंगे या नहीं, इस सवाल पर भावी सीएम ने कहा कि भाजपा की तरफ से उनके खिलाफ चार्जशीट में कोई व्यक्तिगत आरोप नहीं था।
उन्होंने कहा, निश्चित तौर पर सरकार में नयापन होगा। पत्रकारवार्ता में जयराम ठाकुर ने यह भी साफ कियाक है कि निवर्तमान सरकार द्वारा अंतिम समय में लिए गए निर्णयों की समीक्षा होगी, हालांकि रद्द करने को लेकर नहीं बोले, लेकिन यह संकेत दिए कि जो निर्णय सही नहीं होंगे, उन्हें रद्द किया जाएगा। उन्होंने मीडिया से भी सकारात्मक सुझाव देने का आग्रह करते हुए कहा कि प्रदेश के उत्थान के लिए हर सुझाव पर सही तरीके से मंथन किया जाएगा।