शिमला (एमबीएम न्यूज) : 27 दिसंबर को सराज विधानसभा क्षेत्र में गरीब परिवार का जन्मा बेटा मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण कर लेगा। इसके पीछे एक वादा भी है, जो केंद्रीय परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने विधानसभा क्षेत्र की जनता से किया था। 20 अक्तूबर को खुद जयराम ठाकुर का नामांकनपत्र दाखिल करवाने आए थे।
इस दौरान नड्डा ने कहा था कि भाजपा की आने वाली सरकार में जयराम ठाकुर को बड़ा ओहदा मिलेगा। तब शायद, किसी को इस बात का इल्म नहीं होगा कि नड्डा ने जयराम के लिए क्या सोच रखा है। बाद में जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी नड्डा की बात को आगे बढ़ाते हुए वही बात दोहराई, जो नड्डा ने कही थी। जानकार बताते हैं कि नड्डा के नाम पर भी चर्चा थी, लेकिन जयराम ठाकुर के लिए भी सैद्धांतिक तौर पर तैयार थे। जयराम ठाकुर की ताजपोशी के लिए पूरी बिसात बिछाने में नड्डा की ही अहम भूमिका रही।
केंद्रीय मंत्री का प्रोटोकॉल भी कम नहीं होता। तकरीबन एक सूबे के सीएम के बराबर ही माना जा सकता है। 2012 में भी नड्डा वनमंत्री का ओहदा छोडक़र राज्य सभा के सदस्य बन गए थे। तब शायद सपने में भी नहीं सोचा था कि मोदी सरकार प्रचंड तरीके से देश की सत्ता पर काबिज हो जाएगी और हमेशा ही मोदी के करीब रहने वाले नड्डा को मनमाफिक मंत्रालय मिल जाएगा। 1998 में धूमल सरकार में भी जेपी नड्डा को स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था। बहरहाल जयराम ठाकुर के विधायक दल का नेता बनने के बाद हर किसी को नड्डा का वो बयान याद आ रहा है, जो उन्होंने 20 अक्तूबर को दिया था।