नाहन (एमबीएम न्यूज): यह बात हर कोई जानता है कि सिरमौर के जिला परिषद अध्यक्ष दलीप चौहान ने 7 सितंबर को रोनहाट की जनसभा में मुख्यमंत्री के पांव में पगड़ी रखकर कॉलेज खोलने की मांग रखी थी। असर यह हुआ था कि चंद मिनटों में न केवल घोषणा हो गई, बल्कि महज 12 दिन में उदघाटन भी हो गया। आज सुबह सीएम ने कॉलेज का उदघाटन ऑनलाइन किया। सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन शाम तक ट्रांसगिरि के लाधी क्षेत्र में इस बात की चर्चा फैल गई कि आखिर क्यों दलीप चौहान का नाम उदघाटन पट्टिका में अंकित नहीं हुआ।
जिला परिषद अध्यक्ष दलीप चौहान साधारण शख्सियत हैं। उदघाटन पट्टिका पर रोजगार सृजन बोर्ड के अध्यक्ष हर्षवर्धन चौहान लिखा गया। बोर्ड के अध्यक्ष हर्षवर्धन चौहान ने पिछला चुनाव हारा था। यह स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है कि जिला परिषद का रुतबा पूर्व विधायक से ऊपर है या नहीं, लेकिन यह तय है कि पंचायतीराज के सबसे बड़े सदन का नेतृत्व चौहान करते हैं। बहरहाल राजनीतिक हलकों में इस उदघाटन पट्टिका की जमकर चर्चा हो रही है। पड़ताल करने पर पता चला है कि उदघाटन पट्टिका में जिला परिषद अध्यक्ष दलीप चौहान का नाम शामिल करने का अनुमोदन हुआ था, लेकिन इसे हटाने का षडयंत्र रचा गया।
खुद क्या बोले जिला परिषद अध्यक्ष?
सिरमौर के जिला परिषद अध्यक्ष दलीप चौहान ने अपनी ही पार्टी के नेता हर्षवर्धन चौहान पर इस मामले में जमकर टीस निकाली। बोलते-बोलते भावुक भी हो गए। उन्होंने कहा कि हर्षवर्धन को तो यह भी नहीं पता होगा कि इलाके के लोगों ने 25 बीघा भूमि भी दान कर दी है, जिसकी रजिस्टरी भी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकत घटिया राजनीति का प्रतीक है। साफ लहजे में जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि लाधी इलाके में उदघाटन पट्टिका को लेकर गहरा रोष है।
साथ ही स्पष्ट शब्दों में यह भी कहा कि हर्षवर्धन चौहान का इस कॉलेज की घोषणा से क्रियान्वयन तक कोई योगदान नहीं है। मुख्यमंत्री ने इस इलाके का मान रखा है। उन्होंने कहा कि आज से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि घोषणा के 12 दिन के भीतर ही कॉलेज क्रियान्वित हो जाए। इसके लिए वह मुख्यमंत्री के दिल से आभारी हैं।