जंजहैली (लीलाधर चौहान): सराज विधानसभा क्षेत्र के थुनाग तहसील कार्यालय से रोचक खबर आई है। यहां भाजपा के शीर्ष नेता व पूर्व मंत्री जयराम ठाकुर ने तहसीलदार की कुर्सी पर बैठकर अधिकारियों की क्लास ली। इलाके में कानाफूसी हो रही है कि क्या यह सही है या नहीं। यदि यह सही है, तो कोई भी मंत्री डीसी की कुर्सी पर भी बैठ सकता है।
दरअसल बुधवार को थुनाग में शिकारी माता मंदिर के आय-व्यय को लेकर बैठक रखी गई थी। इसमें विधायक साहब सलाहकार हैं, जबकि एसडीएम अध्यक्ष हैं। बैठक के दौरान अधिकारी साइड की कुर्सियों पर बैठे रहे। बताया यह भी जा रहा है कि एसडएम अश्वनी कुमार भी विधायक को खड़े-खड़े ही ब्यौरा दे रहे थे। अचानक ही जब कुछ मीडिया कर्मी पहुंचे तो एसडीएम को बैठने का इशारा कर दिया।
बहरहाल यह पाठकों को ही तय करना है कि राजनीतिज्ञों को विधायक या फिर मंत्री बनकर अधिकारियों की कुर्सी पर बैठने का हक है या नहीं, क्योंकि एक अधिकारी रिटायर होकर नेता तो बन सकता है, लेकिन कोई राजनीतिज्ञ रिटायर होकर अधिकारी नहीं बन सकता है। उधर जब खुद पूर्व मंत्री जयराम ठाकुर से पक्ष पूछा गया तो कमाल की बातें कही :
बोले, प्रोटोकॉल के मुताबिक विधायक अधिकारी की कुर्सी पर बैठ सकता है। पत्रकार से भी पूछा कि जब मुख्यमंत्री मंडी शिवरात्रि मेले जलेब में हिस्सा लेने आते हैं तो कहां बैठते हैं। साथ ही कहा कि वह 20 साल से विधायक हैं। उन्हें समझाने की आवश्यकता नहीं है। एसडीएम के खड़े रहने पर बोले, वह स्वागत भाषण पेश कर रहे थे, तो क्या बैठकर करते।