शिमला, (एमबीएम ब्यूरो): मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम की आज मुलाकात हुई। बेशक ही इस भेंट के मायने शिष्टाचार से जोड़कर निकाले जाएं, लेकिन इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि हाल ही में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के मंडी प्रवास के दौरान पंडित सुखराम खफा हो गए थे। वजह यह थी कि मुख्यमंत्री ने अपने बयान में यह कह दिया था कि पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह ब्राह्मणवाद के कारण चुना हारी। इसके बाद पंडित सुखराम ने भी मीडिया में अपने बयान में कहा कि शायद मुख्यमंत्री भावुकता में इस तरह का बयान दे गए है। इसके बाद राज्य में जमकर सियासत हो रही थी। हालांकि सीधे तौर पर राजनीतिक तौर पर इस मुलाकात की पुष्टि नहीं हो सकती, लेकिन माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने पंडित सुखराम से अपना स्टैंड साफ किया कि ब्राह्मणवाद का बयान उनको लेकर नहीं दिया गया था। यह भी चर्चा है कि पंडित सुखराम के बेटे व मंत्री अनिल शर्मा की मध्यस्ता पर यह मुलाकात हुई।
भाजपा ने मुख्यमंत्री के बयान को हाथोंहाथ लेकर यहां तक कह दिया था कि वह जातिवाद पर प्रदेश को बांट रहे हैं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री के अधिकृत फेसबुक पेज पर फोटो अपलोड कर संभवतः यही जताने की कोशिश है कि राज्य के दो बुजुर्ग नेताओं में कोई कड़वाहट नहीं है। आज खुद ही पंडित सुखराम मुख्यमंत्री से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे थे। फोटो में साफ नजर आ रहा है कि मुख्यमंत्री ने न केवल खड़े होकर उनका स्वागत किया, बल्कि चेहरे पर मुलाकात की गंभीरता भी है। कांग्रेस के तेजतर्रार मंत्री जीएस बाली के बगावती सुरों के बाद मुख्यमंत्री व पंडित सुखराम के बीच दोबारा पैदा हुई खटास को लेकर राजनीति गलियारों में खासी चर्चा थी।