नाहन (एमबीएम न्यूज): विश्व की सबसे मुश्किल मैराथन में पसीना बहाने के लिए सिरमौरी चीता सुनील शर्मा रवाना हो गया है। मंगलवार सुबह दिल्ली से लेह की उड़ान भरेगा। लद्दाख में होने वाली इस मैराथन के लिए सुनील के हौंसलें बुलंद हैं। असल परीक्षा 18 हजार फीट की ऊंचाई पर उस वक्त होगी, जब माइनस 20 डिग्री के तापमान में सुनील को दौडऩा होगा।
9 से 10 सितंबर को प्रस्तावित इस मैराथन को लेह व खरदुंग-लॉ के बीच एक गांव से शुरू किया जाएगा। खरदुंग-लॉ चोटी के करीब 40 किलोमीटर हिस्से को भी कवर करना होगा। दौड़ में जोखिम भरा है। 72 किलोमीटर की इस मैराथन को सुनील ने तय समय में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। भारतीय सेना में मेजर जनरल के पद पर तैनात अतुल कौशिक का सुनील दिल से आभार जताते हैं। सुनील का कहना है कि मेजर जनरल कौशिक की बदौलत ही इस मैराथन में हिस्सा लेने का मौका मिला है। सुनील ने कहा कि करीब एक सप्ताह तैयारी करने का मौका मिला है।
सनद रहे कि कारगिल में भी जुलाई माह में सैनिकों के लिए एक मैराथन में हिस्सा लिया था। 160 किलोमीटर की इस मैराथन को पूरा करने का लक्ष्य 28 घंटे तय हुआ था, लेकिन सुनील ने इसे 22 घंटे 55 मिनट में पूरा कर लिया था। इसके अलावा बैंगलुरू में आयोजित मैराथन में सुनील ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया, जिसकी बदौलत वल्र्ड चंैपियनशिप में हिस्सा लेने का मौका मिल गया है।
सीएम ने दिया एक लाख रुपए का ईनाम..
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने धावक सुनील शर्मा को एक लाख रुपए की ईनाम राशि जारी की है। इसके अलावा जॉब पर भी आश्वासन दिया है। सुनील का कहना है कि मुख्य संसदीय सचिव विनय कुमार की बदौलत मुख्यमंत्री से हाल ही में मुलाकात हुई। उन्होंने बताया कि सीएम ने मौके पर ही एक लाख की राशि मंजूर कर दी। इस दौरान सीएम ने सुनील को विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए स्पांसरशिप का भी आश्वासन दिया है। धावक सुनील शर्मा ने मुख्य संसदीय सचिव विनय कुमार का आभार जताया है।