चंबा (एमबीएम न्यूज) : रविवार को मणिमहेश यात्रा से भी दर्दनाक खबर आई है। अलग-अलग कारणों से तीन श्रद्धालुओं की मौत की खबर प्रशासन को रविवार सुबह मिली जबकि एक मौत पहले हो चुकी है। मृतकों की शिनाख्त जम्मू कश्मीर की 60 वर्षीय कांता देवी, हरियाणा के कैथल निवासी 66 वर्षीय प्रमोद कुमार व जम्मू कश्मीर के ही 53 वर्षीय संजय कोतवाल के तौर पर की गई है। एक की मौत गौरीकुंड पर हुई जबकि दो अन्य की रास्ते में ही मौत हो गई। एक शव को हडसर बेस कैंप पहुंचा दिया गया है। इससे पहले भी 58 वर्षीय स्वामी राज की मौत हो गई थी जिनका शव घर ट्रंासपोर्ट किया जा चुका है।
दरअसल यात्रा के दौरान होने वाली मौत ना तो दुर्घटना और ना ही प्राकृतिक आपदा के तहत आती है। इसी कारण किसी भी तरह के मुआवजे के प्रावधान नहीं होता है। लिहाजा प्रशासन अपने स्तर पर ही पूरी व्यवस्था करता है। 12 सैक्टर में बंटी इस यात्रा में सैक्टर अधिकारी तैनात है। मेडिकल की व्यवस्था भी की जाती है। बावजूद इसके श्रद्धालु मेडिकल चैकअप की अनदेखी कर यात्रा पर निकल जाते है।
12 से साढे 13 हजार फीट की ऊंचाई पर यात्रा के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पडता है। भरमौर के एसडीएम डा0 जितेंद्र कंवर का कहना है कि मेडिकल फिटनेस को लेकर श्रद्धालुओं को जागरूक करने के पुख्ता इंतजाम किए गए है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को यात्रा पर निकलने से पहले मेडिकल फिटनेस का ध्यान रखना चाहिए।