शिमला (एमबीएम न्यूज): बादल फटने की घटना में लापता हुए पर्यटकों-गाइड के शवों को तलाशने की तमाम कोशिशें विफल हो गई। यहां तक की एनडीआरएफ ने भी हाथ खड़े कर दिए। मगर वीरवार को खुद कुदरत ने एक शव लौटा दिया। लापता युवक 25 वर्षीय नविंद्र का शव वीरवार को कालीघाट में सतलुज नदी में तैरता मिला। नदी में राफ्टिंग कर रहे युवकों ने लाश को पानी में तैरते देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लिया।
File Photoमृतक सिरमौर जिले का रहने वाला था और पेशे से गाइड था। बीते 11 मई को वह पंजाब के आठ पर्यटकों को सुन्नी में घुमाने लाया था। नोटी नाला के पास अपने वाहन को खड़ा कर ये सभी फोटोग्राफी कर रहे थे कि अचानक पानी का सैलाब गाड़ी को बहा ले गया। इनमें 3 पर्यटकों ने जैसे-तैसे खुद को बचा लिया, लेकिन अन्य 5 सैलाब में बह गए। इसके बाद प्रशासन इनकी खोज करती रही, लेकिन नाकामी हाथ लगी थी।
तलाशी अभियान में खोजी कुतों की भी मदद ली गई, मगर निराशा ही हाथ लगी। बाद में पंजाब के भटिंडा से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। तीन दिन तक प्रयास करने के बाद एनडीआरएफ ने भी हाथ खड़े कर दिया और उनका दल वापिस भटिंडा लौट गया। इस बीच जिला प्रशासन द्वारा लापता लोगों को मृतक मानते हुए उनके परिजनों को फौरी राहत दे दी गई।