नाहन, 10 अप्रैल : हिमाचल प्रदेश के नाहन शहर में ‘महाराणा प्रताप’ जयंती को यादगार बनाने की कवायद शुरू की गई है। देवभूमि क्षत्रिय संगठन व स्वर्ण मोर्चा ने 9 मई को महा सम्मेलन का ऐलान किया है। एक लाख की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया हैै। महासम्मेलन की कमान रूमित ठाकुर ने संभाली हुई हैै। मार्च महीने से ही तैयारी शुरू कर दी गई है।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को महा सम्मेलन में मुख्यातिथि के तौर पर आमंत्रित किया जा रहा है। सीएम के स्तर पर सहमति मिलने के बाद ही देवभूमि क्षत्रिय संगठन व स्वर्ण मोर्चा तैयारी से जुड़ी जानकारी के पत्ते खोलेगा। 9 मई 2023 के लिए चौगान मैदान की बुकिंग कर ली गई है। महा सम्मेलन की तैयारी को लेकर मोर्चे के समर्थकों व सदस्यों द्वारा राशि डोनेट करने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है।
ये तय है कि एक लाख के लक्ष्य की तुलना में यदि 75 हजार की भीड़ भी जुटी तो ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने में पसीने छूट सकते हैं। ये अलग बात है कि सही प्लानिंग से ट्रैफिक की परेशानी को टाला भी जा सकता है। देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष रूमित ठाकुर ने बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री से मुलाकात भी की थी। इस दौरान रूमित ने इस बात का ज़िक्र किया था कि संगठन उन्हें बुलाना चाहता है। इसके लिए ऐसा ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित होगा जो प्रदेश के इतिहास में पहले नहीं हुआ होगा।
हालांकि चौगान मैदान में तकरीबन दो दशक पहले बड़ी रैलियां हुआ करती थी। लेकिन कुछ अरसे से भीड़ न जुटने के डर से राजनीतिक रैलियों का दायरा सिमटा दिया गया है। एक छोर पर ही रैली कर ली जाती है। कुल मिलाकर निष्कर्ष ये है कि लक्ष्य के मुताबिक भीड़ जुटाई जाती है तो पुराने रिकाॅर्ड ध्वस्त होंगे।
तकरीबन तीन दशक की बात करें तो करीब 15 से 17 साल पहले महाबली द ग्रेट खली के कार्यक्रम में जनसैलाब उमड़ा था। चारों तरफ ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई थी। बारिश के कारण स्थिति नियंत्रित हो गई थी। अन्यथा, धक्का-मुक्की की प्रबल आशंका थी। धूमल सरकार ने अंतिम क्षण पर खली के स्वागत में आयोजित कार्यक्रम को राज्य स्तरीय कार्यक्रम का दर्जा देने का ऐलान किया था। पड़ोसी राज्यों से भी जनसैलाब उमड़ा था।