शिमला, 06 दिसंबर : बेशक हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने 14वीं विधानसभा में सरकार बनाने का स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है, लेकिन कांगड़ा जनपद से ताल्लुक रखने वाले राज्य के पूर्व सहायक महाधिवक्ता विनय शर्मा को मूंछें तो मुंड़वानी ही होगी। क्योंकि वीडियो जारी कर शर्मा ने दावा किया था कि 44 से कम सीटें आई तो वह मूंछ कटवाएंगे।
अब देखना यह होगा कि क्या हाईकोर्ट में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस कर रहे विनय शर्मा मूंछ कटवाने के बाद वीडियो जारी करते हैं या नहीं। आपको बता दें कि एडवोकेट विनय शर्मा की आस्था दिवंगत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ जुड़ी रही। वीरभद्र सरकार के कार्यकाल के दौरान ही शर्मा को प्रदेश में सहायक महाधिवक्ता के तौर पर नियुक्ति भी मिली थी।
सोशल मीडिया में एक्टिव रहकर शर्मा ने न केवल कांग्रेस की नीतियों का प्रचार किया, बल्कि भाजपा को घेरने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ते थे।रिवाज तो नहीं बदला, लेकिन देखना यह होगा कि हिमाचल के हाईकोर्ट के एडवोकेट विनय शर्मा क्लीन शेव करते हैं या नहीं।
उल्लेखनीय है कि मौजूदा में भी विनय शर्मा की आस्था होली लॉज से जुड़ी हुई है। सोशल मीडिया के यूजर बेसब्री से इंतजार कर रहे होंगे कि विनय शर्मा मूंछ मुंडवाने के बाद अपनी कथनी व करनी को साबित कर दिखाएंगे या नहीं। गौरतलब है कि चुनावी नतीजों के लेकर लाखों रुपए की शर्त लगी थी, लेकिन विनय शर्मा ने तो मूछों पर ही दांव लगा दिया था।
दीगर है कि मुछे मुड़वाने से जुड़े वीडियो को लाखों व्यू हासिल हुए थे। रोचक बात यह भी है कि राज्य में ऐसी भी रिवायत है कि बगैर मूछ वाला नेता ही सीएम बनता है, लेकिन “शर्मा जी” ने तो चुनाव ही नहीं लड़ा।