नाहन, 8 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा में पच्छाद निर्वाचन क्षेत्र (Pachhad constituency) से निर्वाचित एकमात्र महिला विधायक होंगी। 2019 के उप चुनाव में पहली बार विधायक बनने वाली रीना कश्यप ने दूसरी बार जीत का परचम लहराया है। खास बात ये है कि भाजपा ने महिलाओं के वोट बैंक को साधने के लिए कई घोषणाएं की थी। राज्य में महिला व पुरुष मतदाताओं में तीन प्रतिशत से कम का ही अंतर है।
विधानसभा चुनाव (assembly elections) में 68 सीटों पर 412 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे। इसमें 24 महिलाएं भी उतरी। लेकिन युवा रीना कश्यप ही विधानसभा पहुंची है। तीन निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव जीता है, इसमें भी कोई महिला नहीं है। उल्लेखनीय है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में चार महिलाओं ने चुनाव जीता था, इसमें तीन भाजपा के टिकट पर चुनाव जीती थी, जबकि कांग्रेस की आशा कुमारी भी विधानसभा पहुंची थी।
खास बात ये है कि कांग्रेस ने भी दिग्गज नेता गंगूराम मुसाफिर का टिकट काटकर दयाल प्यारी को दिया था। हिमाचल प्रदेश निर्माता डाॅ. वाईएस परमार का पच्छाद गृह निर्वाचन क्षेत्र रहा है।
16 सितंबर 1985 को जन्मी रीना कश्यप ने लोक प्रशासन में पोस्ट ग्रेजुएशन की है। 2010 में मात्र 25 साल की उम्र में शिलांजी वार्ड से जिला परिषद की सदस्य बनी थी। हालांकि इस बार कांटे के मुकाबले में रीना कश्यप को कांग्रेस की बगावत का फायदा मिला। इसी की बदौलत वो 34 प्रतिशत मत हासिल कर चुनाव जीत गई।