नाहन, 23 जून: विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, सिरमौर में कांग्रेस (Sirmour Congress) में गुटबाजी की चिंगारी उग्र आग का रूप लेने की तरफ अग्रसर होती नजर आ रही है। हालांकि, वरिष्ठ नेता गंगूराम मुसाफिर को संगठन की कमान सौंप कर पार्टी में संतुलन लाने का प्रयास किया गया है, लेकिन कांग्रेस की ये कोशिश भी विफल होती नजर आ रही है।
दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (Ex CM Late Sh. Virbhadra Singh) के जन्मदिन के अवसर पर भी कांग्रेसी धड़ेबाजी में बंटे नजर आए। एक गुट ने कांग्रेस भवन में श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए कार्यक्रम रखा था, जबकि दूसरे गुट ने आस्था स्पेशल स्कूल (Aastha Special School Nahan) में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के साथ कार्यक्रम आयोजित किया। आस्था स्कूल में कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग ने कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया था।
हालांकि, बाद में ये तर्क दिया गया कि मंडल स्तर पर कार्यक्रम को कांग्रेस भवन में आयोजित किया गया, जबकि अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष के नाते इकबाल मोहम्मद ने कार्यक्रम का आयोजन आस्था स्पेशल स्कूल में किया था। बताया जा रहा है कि कांग्रेस भवन में आयोजित मंडल के कार्यक्रम में भी कई नेताओं ने शिरकत करने से किनारा किया।
पहले ये कहा जा रहा था कि 23 जून को सिरमौर कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर गंगूराम मुसाफिर नाहन से अपनी पारी की शुरूआत करेंगे, लेकिन वो नाहन नहीं आए। इसकी वजह यही मानी जा रही है कि कांग्रेस के भीतरी हालात ठीक नहीं हैं। गौरतलब है कि सलानी रिजाॅर्ट में कांग्रेस के भारत जोड़ो सदभावना कार्यक्रम से पहले उठी चिंगारी धीरे-धीरे शोला बन गई है। सोमवार की रात तो हद हो गई, कांग्रेसियों ने ही पार्टी के जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया।