नाहन, 29 मई: हिमाचल में मल्टी टास्क वर्कर की भर्ती गांव में एक-दूसरे की पोल भी खोल रही है। विकासखंड की मातर पंचायत से उपायुक्त को एक शिकायत सौंपी गई है, इसमें सवाल उठाया गया है कि जब गांव में एक महिला जुल्फाना ने पति के निधन के बाद जेठ से निकाह कर लिया था तो उसे विधवा पेंशन क्यों दी जा रही है। पंचायत के रहने वाले रमजान ने इस पर सवाल उठाए हैं।
रमजान का कहना है कि जुल्फाना का निकाह इस्लाम से हुआ था। 2015 में पति की मृत्यु के बाद उसने जेठ से निकाह कर लिया था। ये शादी 11 अप्रैल 2017 को हुई थी। आरोप है कि जुल्फाना ने दूसरे ने निकाह को पंचायत में दर्ज नहीं करवाया। दूसरे निकाह के बाद उसका एक बेटा भी है, जबकि पहले पति से दो बेटियां है।
रमजान का कहना है कि 2015 में पंचायत द्वारा जुल्फाना को विधवा प्रमाण पत्र जारी किया था, जो आज तक जारी है। इसके आधार पर वो लगातार विधवा पेंशन ले रही है। इसके अलावा जुल्फाना व दूसरा पति अलग-अलग बीपीएल का लाभ भी ले रहे है।
रमजान का आरोप है कि विधवा प्रमाण पत्र के आधार पर जुल्फाना ने मल्टी टास्क वर्कर के पद के लिए भी आवेदन किया है। उपायुक्त को सौंपे गए शिकायत पत्र में मातर पंचायत के रहने वाले रमजान ने जांच की मांग की है। कुल मिलाकर ये तय है कि अगर मल्टी टास्क वर्कर की भर्ती में महिला ने आवेदन न किया होता तो ये मामला भी उजागर नहीं होता।