नाहन, 30 मार्च : मारकंडा नदी में दो युवकों के डूबने की घटना ने डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज (Dr. YS Parmar Medical College) के “डेड हाउस” (Dead House) की ऐसी पोल खोली है, जिसे जानकर आप भी सिहर उठेंगे। सोचिये, उन पर क्या गुजर रही होगी जिन्होंने अचानक एक हादसे में अपने जिगर के टुकड़े खो दिए हो फिर शवों को रखने के लिए उचित वयवस्था न हो।
शवों को नदी से निकालने के बाद सीधे मेडिकल कॉलेज लाया गया, चूंकि शाम हो चुकी थी। लिहाजा अगले दिन ही बुधवार को पोस्टमार्टम होना था। कैजुअल्टी वार्ड से शवों को “डेड हाउस” भेजा गया। मात्र 17-18 साल की उम्र में दो घरो के चिराग बुझने पर हर कोई दुखी था। दुख में उस समय इजाफा हो गया, जब “डेड हाउस” के रेफ्रिजरेटर (Refrigerator) खस्ताहाल में मिले।
आप शायद यकीन न करें कि शवों को इसमें रखने के लिए कितनी मशक्कत करनी पड़ी। यह तो गनीमत थी कि 8-10 युवक मौके पर मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पहले रेफ्रिजरेटर का स्लाइडर ही नहीं खुल रहा था, जिसके कई हिस्सों में जंग लगा हुआ है। बार-बार कोशिश के बाद रेफ्रिजरेटर को तो खोला लिया गया और शवों को रख दिया गया। फिर इसे बंद करने की चुनौती आ खड़ी हुई। मौके पर मौजूद युवकों ने करीब 20 किलो वजन के पत्थर से रेफ्रिजरेटर के डोर को रोका, साथ ही डंडे का भी सहारा लिया गया। इसके लॉक को जंग लील चुका है।
प्रत्यक्षदर्शियों का यह भी कहना था कि डेड हाउस में चार शवों को रखने के लिए एक नया रेफ्रिजरेटर मौजूद है, लेकिन इसे इंस्टॉल नहीं किया गया है ,पावर कनेक्शन होने पर इसे चालू किया जा सकता है।
सवाल इस बात पर भी उठाया गया कि जब नया रेफ्रिजरेटर मौजूद है, तो इसे चालू क्यों नहीं किया जाता। आपको बता दें कि नाहन मेडिकल कॉलेज के नए भवन का निर्माण पर अरबों रुपए की राशि खर्च की जा रही है। लेकिन धरताल पर कड़वी सच्चाई के सामने आंखे मूंदी जा रही है।
नाहन : मारकंडा नदी के कुंड में डूबने से दो युवको की मौत
गौरतलब है कि बुधवार को चिड़ा वाली के रहने वाले दो युवकों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए थे। समूचे चिड़ावाली क्षेत्र के अलावा शहर में युवकों के आकस्मिक निधन पर शोक की लहर है। युवकों के शवों का बुधवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। हाल ही में शहर के शमशान घाट की अव्यवस्थाओं की पोल भी एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क ने खोली थी।
उधर, संपर्क किए जाने पर मेडिकल कॉलेज के एमएस डॉ. बीके धीमान (MS Dr. BK Dhiman) ने कहा कि हाल ही में कार्यभार संभाला है। हर एक समस्या का बारीकी से आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह वीरवार को मौके पर जाकर डेड हाउस का निरीक्षण करेंगे।
प्रयास किया जाएगा कि व्यवस्था को जल्द ही दुरुस्त कर दिया जाए। मेडिकल अधीक्षक ने कहा कि स्पेस की कमी के कारण कई दिक्क़ते हैं। मेडिकल कॉलेज के भवन का निर्माण पूरा होने के बाद कई समस्याओं का निराकरण सामान्य तौर पर हो जाएगा।