मंडी, 26 मार्च : जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे- वैसे प्रदेश के दो प्रमुख दलों कांग्रेस और बीजेपी में टिकट के चाहवानों की लिस्ट लंबी होती रहेगी। दोनों पार्टियों में टिकट न मिलने से नाराज नेता अपना राजनीतिक भविष्य तलाशने के लिए आम आदमी पार्टी व अन्य राजनीतिक दलों का रुख करेंगे।
मंडी में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत के दौरान अनिल शर्मा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के प्रदेश में आने के बाद कांग्रेस और बीजेपी में बहुत बिखराव देखने को मिलेगा। अनिल शर्मा ने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली व पंजाब मॉडल की तर्ज पर हिमाचल में चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन हिमाचल की भौगोलिक परिस्थितियां अलग है। अनिल शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल अन्य राज्यों से बेहतर है।
आम आदमी पार्टी को जिस तरह से पंजाब में जनाधार मिला है, उससे साफ हो जाता है कि किसी भी पार्टी को कम नहीं आंका जा सकता है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी आगामी चुनावों में भले ही अपनी सरकार बनाने में कामयाब न हो, लेकिन अन्य राजनीतिक दलों को सरकार बनाने से रोक सकती है।
बता दें कि पंजाब में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद आम आदमी पार्टी ने हिमाचल प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में उतरने का ऐलान कर दिया है। 6 अप्रैल को आम आदमी पार्टी चुनावों का शंखनाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी से रोड शो के माध्यम से करने जा रही है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश में पांव पसारते ही कई पदाधिकारी व नेताओं में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने की होड़ लगी है।
बीते दिनों भी दिल्ली स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने हिमाचल दौरे के दौरान मंडी पहुंचकर कांग्रेस और बीजेपी के कई बड़े नेताओं के साथ संपर्क की बात कही थी। ऐसे में कयास लगाए जा सकते हैं कि आने वाले समय में कांग्रेस और बीजेपी के कई बड़े नेता आम आदमी पार्टी की तरफ रुख कर सकते हैं।