मंडी, 13 जनवरी : मकर संक्रांति पर शुक्रवार को सुर्य नारायण भगवान उत्तरायण होंगे और देवताओं के दिनों की शुरूआत होगी, जिसके साथ ही सभी स्थानों पर लोहड़ी के पावन पर्व को मनाया जाएगा। इस वर्ष माघ संक्रांति पर कुछ विशेष योग बन रहे हैं। जिनके तहत हर व्यक्ति भगवान सुर्य नारायण की पूजा अर्चना कर वांछित मनोकामना की पूर्ति कर सकते हैं।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए मंडी से पंडित रामलाल शर्मा ने बताया कि हिन्दू परंपरा के अनुसार इस दिन को मनाने की विशेष प्रक्रिया है। लोहड़ी का पर्व वीरवार से ही शुरू हो जाता है, जिस दिन रात को लोहड़ी का गिट्ठा जलाया जाता है। अग्नि देव की पूजा की जाती है, और तिल या तिल से बने भोग्य प्रदार्थों का दान किया जाता है। उसके बाद शुक्रवार को सभी धार्मिक स्थानों पर या प्रमुख नदियों में स्नान को श्रेष्ठ माना गया है।
पंडित रामलाल शर्मा ने बतया कि स्नान के सुबह चार बजे और पूजा अर्चना के लिए सुबह साढ़े आठ बजे से उपयुक्त समय है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस बार कि मकर संक्रांति सिंह, तुला और वृश्चिक राशि के लोगों को छोड़ अन्य सभी राशियों के लिए शुभ फल लेकर आ रही है। मकर संक्रांति के पर्व को लेकर वीरवार को मंडी के बाजारों में खुब रौनक देखने को मिली। लोग लोहड़ी के लिए मुंगफली, गजक, रेवड़ियां आदि खरिदते दिखे। शुक्रवार को लोहड़ी के अवसर पर सभी लोगों के घरों में मास की दाल की खिचड़ी बनाई जाएगी।