शिमला, 27 दिसंबर : महज एक महीने से भी कम वक्त में हिमाचल का नन्हा बालक अरुणोदय शर्मा करोड़ों का लाड़ला बन गया है। हर कोई अरुणोदय से अपने मन में उमड़ रहे सवालों को पूछना चाहता है। अरुणोदय भी हर वक्त तैयार है। खास बात ये है कि अरुणोदय शर्मा को जिस सवाल का जवाब न देना हो तो उसे टालने के लिए वो पल में ही बच्चा बनकर यह कह देते हैं कि मैं तो बहुत छोटा हूं, मुझे कैसे पता।
कुल्लू के निरमंड में अरुणोदय शर्मा जब नाना-नानी के घर पहुंचे तो शानदार स्वागत हुआ। इस दौरान सवाल-जवाब भी पूछे गए।
मंच संचालक ने पूछा…अरुणोदय अगर आपको एक दिन का मुख्यमंत्री बना दिया जाए तो क्या करेंगे। बेहद ही होशियारी से अरुणोदय बोला, आप ऐसा सवाल क्यों पूछ रहे हो, जो हो ही नहीं सकता।
ननिहाल पहुंच कर अरुणोदय ने सदी का महानायक बनने का सपना भी देखा है। खुले मंच से अरुणोदय ने ये भी कहा कि हो सकता है, मुंबई उन्हें अपना ही ले।
हमउम्र नन्हीं बच्ची ने जब पूछा कि वो केबीसी में जाने के दौरान पढ़ाई कैसे करते थे तो अरुणोदय ने कहा कि वो 10 दिन तक क्वारंटाइन रहे। किताबें तो थी नहीं, लेकिन मोबाइल से पढ़ाई करते रहे।
नन्हा अरुणोदय जब बोला, जिस मैदान में वो किसी जमाने में लुका छिपी खेलते थे, आज वहीं खड़े होकर गदगद महसूस कर रहे हैं। अरुणोदय ने कहा कि वो गांव में अपने दोस्तों की साथ लोहड़ी मांगने जाया करते थे। कुछ लोग बच्चे समझ कर खूब डांस करवाते थे, लेकिन लोहड़ी नहीं देते थे। जबकि कुछ लोग लोहड़ी दे दिया करते थे।
गौरतलब है कि केबीसी के सीजन 13 में अरुणोदय का पहला एपिसोड 25 नवंबर को प्रसारित हुआ था। इसका दूसरा पार्ट 29 नवंबर को प्रसारित हुआ। हालांकि, इसका प्रोमो सोनी एंटरटेनमेंट द्वारा 21 नवंबर को जारी कर दिया गया था।
21 नवंबर के बाद से ही हर रोज अरुणोदय के प्रशंसकों की संख्या बढ़ती जा रही है। ये संख्या करोड़ों में हो तो कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए। 9 साल के अरुणोदय की मासूमियत अब सरहद की सीमाएं भी लांघ कर कई देशों में पहुंच चुकी है।