नाहन,15 अक्टूबर : सिरमौर के ट्रांसगिरि इलाके के जरवा में 20 लाख की लागत से करीब 400 साल पुराने शिव मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है। मंदिर की छत पर खुनेवड स्थापित करने के बाद मंदिर निर्माण की आखिरी रस्म अदा की गई। खुनेवड रस्म को निभाने के लिए 4 गांव के सैकड़ों लोगों ने शिव मंदिर प्रांगण में मंत्र उच्चारण व भोले शंकर के जयकारों का घोष करने के बाद कार्य शुरू किया। पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर सैकड़ों लोगों ने शिव महिमा का गुणगान करते यह रस्म अदा की।
धार्मिक अनुष्ठान में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। धार्मिक अनुष्ठान में क्षेत्र की करीब आधा दर्जन पंचायतों के 4 हजार से अधिक लोगो ने भाग लिया। जरवा गांव दिनभर शिव भक्ति के रस में डूबा रहा। लोगो ने रासा नृत्य पेश करके खूब मनोरंजन किया। शांत में आए सभी श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का भी आयोजन किया गया था। लोगो ने बताया कि 400 वर्ष पुराना मंदिर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था।
4 वर्ष पहले 4 गांव के लोगों ने पुराने मंदिर को गिराकर उसके स्थान पर भव्य मंदिर बनाने का निर्णय लिया था। ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए कारीगरों को किन्नौर से बुलाया गया था। मंदिर में अद्भुत काष्ठ कला की मिसाल कायम की गई है। निर्माण कार्य में ढाई वर्षो से अधिक का समय लगा है, निर्माण कार्य पर 20 लाख से अधिक की राशि खर्च की गई है।
खेत में मिली थी शिव प्रतिमा
पुजारी दुलाराम शर्मा ने बताया कि करीब 400 वर्ष पहले गांव के एक व्यक्ति को खेत में हल जोतते वक्त शिव प्रतिमा मिली थी। इसके बाद गांव में शिव मंदिर का निर्माण किया गया था। इसमें चार गांव के लोगों ने सहयोग किया था। 400 वर्ष पुराना मंदिर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। चार वर्ष पहले चार गांव के लोगों ने पुराने मंदिर को गिराकर उसके स्थान पर भव्य मंदिर बनाने का निर्णय लिया था। ग्रामीणों ने बताया कि लोगो ने अपने स्तर पर ही धन की व्यवस्था की थी।