मंडी, 14 अक्टूबर : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की सदर लोकल कमेटी द्वारा गुरूवार को बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी के खिलाफ सेरी मंच पर धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सीपीआईएम के शहरी सचिव सुरेश सरवाल ने कहा कि देश में बढ़ रही महंगाई व बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि देश में 2014 के चुनावों से पहले मौजूदा सरकार नारा दे रही थी कि बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार। मगर यह सरकार लगातार पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और खाद्य वस्तुओं के दामों में लगातार बढ़ोतरी कर रही है। देश में 2014 में जहां रसोई गैस का सिलेंडर 410 रुपए में मिलता था अब यह सिलेंडर एक हजार रूपए को पार कर चुका है तथा सब्सिडी भी नाम मात्र की मिल रही है। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य कारण सरकारी कंपनियों का निजीकरण कर प्राइवेट हाथों में देना है।
देश की सरकार इसको लगाम लगाने में विफल साबित हुई है। महंगाई के साथ-साथ बेरोजगारी भी चरम सीमा पर है। उन्होंने कहा कि करोड़ों युवा नौकरी की तलाश में घूम रहे हैं मगर सरकारें केवल अखबारों में ही विज्ञापन दे रही हैं कि नौकरियां निकल रही हैं। उन्होंने कहा कि सही मायने में कोई भी नौकरी आज सरकार देने में असमर्थ है और जिस प्रकार की नौकरियों दी जा रही हैं वह आउट सोर्स और ठेका प्रथा है।
महंगाई जिस रूप में बढ़ रही है वह इस बात को दर्शाता है कि आने वाले समय में देश में भुखमरी और तेजी से बढ़ेगी। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मांग उठाई है कि बढ़ती महंगाई पर रोक लगाई जाए, सभी युवाओं को स्थाई रोजगार, सरकारी क्षेत्रों का निजीकरण बंद करने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत करने व सभी को 35 किलो अनाज सस्ते दामों में दिया जाए। सुरेश सरवाल ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो आने वाले समय में सीपीआईएम उग्र आंदोलन करेगी।