नाहन, 18 सितंबर : क्या, नौहराधार से चूड़धार चोटी तक सड़क का निर्माण होना चाहिए। ये सवाल, इस कारण पैदा हआ है, क्योंकि श्री रेणुका जी के विधायक विनय कुमार ने 8 किलोमीटर सड़क के निर्माण के लिए 8 करोड़ 58 लाख का बजट स्वीकृत होने की बात कही है। संभव है, एक तबका सड़क के निर्माण का पक्षधर हो, लेकिन धावक सुनील शर्मा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
शर्मा ने सवाल उठाया कि अगर करोड़ों रुपए की राशि उपलब्ध ही है तो बेहतर होगा कि नौहराधार-हरिपुरधार-संगड़ाह-श्री रेणुका जी मार्ग पर क्रैश बैरियर (crash barrier) ही लगा लो। क्यों, एक धार्मिक व मनोरम घाटी को हुडदंगबाजो के लिए एक पिकनिक स्पाॅट बनाना चाहते हो।
चौपाल पाल उपमंडल के सराहं से पुलबाहल को कम दूरी से जोड़ दिया गया है। इसका फायदा चूड़धार चोटी जाने वालों को भी मिल रहा है। लेकिन ये साफ है कि ये सड़क चूड़धार के लिए प्रस्तावित नहीं थी। इससे पहले, अगर इलाके के लोगों को पुलबाहल जाना होता था तो लोगों को 8 से 9 घंटे का वक्त लगता था। अब ये दूरी घटकर महज 2 घंटे हो गई है। अब विधायक महोदय इसे नौहराधार से बनाना चाहते हैं। क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार भीम सिंह ठाकुर ने भी सड़क निर्माण के फैसले को गलत ठहराया है। उन्होंने कहा कि इससे साफ-सुथरी व निर्मल घाटी की खूबसूरती को ग्रहण लगेगा।
एक तर्क ये भी दिया जा रहा है कि अगर नौहराधार से पैदल पटड़ी को ही विकसित कर दिया जाए तो बेहतर होगा। चोटी पर कतई भी वाहनों की आवाजाही नहीं होनी चाहिए। लंबे अरसे से चूड़ेश्वर सेवा समिति से जुड़े अजय कांत अग्रवाल ने कहा कि चूड़धार चोटी तक सड़क का निर्माण औचित्यहीन है। उनका कहना था कि सड़क बनने से गलत प्रवृति के लोग घाटी को दूषित करेंगे। एक वक्त आएगा जब चोटी पर खाली शराब की बोतलें भी देखने को मिल जाएंगी।
खैर, ये आम जनमानस को तय करना है कि चोटी पर सड़क पहुंचनी चाहिए या नहीं। ये अलग बात है कि वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के साथ-साथ पेड़ों को भी नुकसान पहुंचेगा। उम्मीद ये भी की जा रही है कि विधायक का ये अनुचित सपना इस कारण भी साकार नहीं होगा, क्योंकि वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के साथ-साथ आरक्षित वन क्षेत्र में सड़क की क्लीयरेंस नहीं मिलेगी। दीगर है कि सड़क के निर्माण से जहां चोटी दूषित होगी, वहीं वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में भी शिकारी आसानी से पहुंच पाएंगे।