शिमला , 25 मई : हिमाचल प्रदेश में 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन करवाने पर सरकार मंथन कर रही है। कोरोना के हालात सामान्य होने पर 15 जून के बाद 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएंगीं।
कोरोना की स्थिति को देखते हुए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड 12वीं की परीक्षा में कई बदलाव कर सकता है। इसके तहत परीक्षा की अवधि 3 घंटे की बजाय ढेड़ घंटे की जा सकती है। डेढ़ घंटे की परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइप होगी और सिर्फ जरूरी विषयों के लिए ही परीक्षा का आयोजन किया जा सकता है। अहम बात यह है कि विद्यार्थियों को उनके अपने स्कूलों में परीक्षा देने की सुविधा दी जा सकती है।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि 12वीं की परीक्षाएं करवाने के लिए प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि कोरोना का प्रकोप कम हुआ, तो 15 जून के बाद इन परीक्षाओं का आयोजन कर दिया जाएगा। गोविंद सिंह ने बताया कि पिछले कल रविवार को केंद्र सरकार के साथ परीक्षाओं को लेकर लंबी बैठक हुई है, जिसमें हर राज्यों से राय ली गई है। 12वीं परीक्षाओं के लिए दो तरीके सुझाए गए है। एक तो 3 घंटे की परीक्षाएं जो पूर्व की ही तरह होंगी दूसरा डेढ़ घंटे परीक्षा करवाने को लेकर भी चर्चा हुई है। हमें ये सुझाव पसंद आए हैं और परीक्षाओं को लेकर विद्यार्थियों के हित में उचित निर्णय लिया जाएगा।
गौर हो कि 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं 13 अप्रैल 2021 से आरंभ हो गई थीं तथा अंग्रेजी विषय की परीक्षा का आयोजन किया जा चुका है। लेकिन प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ने पर 14 अप्रैल को शेष परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थीं। 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा के लिए स्कूल शिक्षा बोर्ड में 1.18 लाख विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इस परीक्षा के लिए स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 1795 परीक्षा केंद्र बनाए हैं।