शिमला, 18 मई : हिमाचल की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर कोविड स्थिति से निपटने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर धरना दिया।
प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के नेतृत्व में जिला शिमला शहरी अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी, ग्रामीण अध्यक्ष यशवंत सिंह छाजटा, कांग्रेस सचिव हरिकृष्ण हिमराल भी इस धरने में बैठे। इस दौरान पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कुलदीप राठौर ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह कोरोना महामारी से निपटने में पूरी तरह असफल रही है। सरकार ने समय रहते कोई उपाय नहीं किये। प्रदेश में वैक्सीनेशन का कार्य अति धीमी गति से चल रहा है। 18 साल से ऊपर के युवाओं के लिए वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध नहीं है।
उन्होंने कहा कि इसकी रजिस्ट्रेशन का कार्य जटिल होने की वजह से ग्रामीण युवाओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी रजिस्ट्रेशन ही नही हो पा रही है। टिकाकरण को और अधिक सरलीकरण करने की जरूरत है।
उन्होने आरोप लगाया कि सरकार ने अपनी सुविधा अनुसार देश मे वैक्सीन की भारी कमी के चलते अब पहली डोज और दूसरी डोज के बीच का समय अंतर को बढ़ाया है। उन्होंने सरकार से पूछा कि वह बताये किस विशेषज्ञ ने इसकी दूसरी डोज का समय बढ़ाने की सिफारिश की है,जबकि पहली डोज लगाने पर उन्हें भी 6 सप्ताह का समय दिया गया था।
राठौर ने कहा कि देश मे वैक्सीन की कमी के चलते सरकार ने इसकी समय अवधि बड़ाई है जो लोगों के स्वाथ्य के साथ एक बड़ा खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि पहले सरकार ने देश मे बनी वैक्सीन को निर्यात किया और इसी वजह से आज देश मे इसकी भारी कमी हो गई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार को अब इसका गोलोबल टेंडर करना चाहिए जिससे इसकी कमी पूरी हो सकें।
उन्होंने कहा कि कोरोना की पहलीं लहर के बाद सरकार ने दूसरी लहर से लड़ने के कोई उपाय नही किये। विदेशों में इस महामारी पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है जबकि देश मे यह काबू ही नही हो रहा। यही वजह है कि आज इस दूसरी लहर में लाखों की संख्या बढ़ती जा रही है।
राठौर ने कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ रहें मामलों पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि प्रदेश के दूर दराज के गांवों में भी इसका फैलाव गंभीर समस्या पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि इसकी टेस्टिंग को तेज करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर टेस्टिंग की बहुत जरूरत है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग व सैम्पलिंग की कोई सुविधा ही नहीं है। उन्होंने इसके लिए मोबाइल वेन शुरू करने की मांग की। कहा कि अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन,वेंटिलेटर व अन्य आवश्यक उपकरणों की भारी कमी हो गई है। आइसोलेशन वार्ड राम भरोसे चल रहें है। कोरोना से प्रभावित लोग भारी मानसिक तनाव से गुज़र रहें है। मृतकों का आंकड़ा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। सरकार अपनी विफलताओं के चलते इन आंकड़ों को छिपा रही है।