व्योम कहते हैं कि अब तक मिले हर पुरस्कार ने हौसला बढ़ाया है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से मिला सम्मान बेहद खास है। व्योम ने दो साल चार माह की उम्र में बांसुरी वादन शुरू कर दिया था, जबकि नौ साल की उम्र में बंजी जंपिंग कर एशिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया। पढ़ाई के क्षेत्र में दो बार फ्यूचर कलाम अवार्ड भी पा चुके हैं।
व्योम की यह उपलब्धि राजधानी के लिए गौरव की बात है। चयन होने के बाद स्कूल और उनके परिवार में खुशी की लहर है। वो बचपन से ही प्रतिभावान हैं। वे सीएमएस गोमती नगर में सातवीं कक्षा के छात्र हैं। महज ढाई साल की उम्र में बांसुरी बजाने लगे थे। जल्द ही इस पर महारत हासिल कर ली।
उनके परिजन बताते हैं कि व्योम बांसुरी के अलावा भी वे कई वाद्य यंत्र जैसे माउथ ऑर्गन, सेक्सोफोन, तबला, गिटार आदि भी बजाते हैं। नौ साल की उम्र में वे एशिया में बंजी जंपिंग में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। वे वर्ष 2017 में कॉमनवेल्थ चेस चैंपियनशिप के आठवीं वर्ग के अंतर्गत प्रतिभाग कर चुके हैं। उनके नाम तीन एशियन और दो यूनिवर्स अवॉर्ड भी हैं।
–आईएएनएस