सोलन, 9 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में मां की ममता को झिझोंड देने वाला वाकया सामने आया है। एक निर्मोही मां ने क्यों अपने चंद रोज के लाल को लावारिस छोड़ दिया, इस सवाल का जवाब तो उसके मिलने के बाद ही सामने आएगा, लेकिन उसने कतई भी यह नहीं सोचा कि कड़कती ठंड में मासूम कैसे खुद को जीवित रख पाएगा।
घटना, निचली हरिपुर संडोली गांव की है। अज्ञात लोगों द्वारा एक घर के गेट के बाहर नवजात शिशु को कपडे़ में लपेट कर रख दिया गया। घर से माॅर्निंग वाॅक पर निकले लोगों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो एक नजर में ही सारा मामला साफ हो गया। खैर, बद्दी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्चे को कब्जे में लिया। इसके बाद मासूम को पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया, जहां वो जिंदगी व मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। मासूम को गोद लेने वालों की कतार भी लंबी हो गई है, लेकिन बच्चे को गोद लेने की एक लंबी कानूनी प्रक्रिया है।
पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा-317 के तहत मामला दर्ज किया है। उधर, चाइल्ड लाइन वैलफेयर सोसायटी की चेयरपर्सन विजय लांबा ने बताया कि बच्चे के मिलने की घटना सोमवार की है। उन्होंने बताया कि नवजात का पीजीआई चंडीगढ़ में उपचार चल रहा है।