नाहन, 01 अक्तूबर : सिरमौर में जंगलों में मिलने वाले काले-काले रंग के कश्मल (Berberis) के औषधीय गुणों को लेकर शोध (Research) होगा। दरअसल, देश के आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) ने एटरनल यूनिवर्सिटी (Eternal University) बडू साहिब में वनस्पति विज्ञान (Botany) के सहायक प्रोफैसर (Assistant professor) डॉ. विवेक शर्मा को रिसर्च व डवेल्पमेंट प्रोजैक्ट (Research and Development Project) सौंपा है। 26 लाख रूपए के रिसर्च प्रोजैैक्ट के माध्यम से हिमालय के उम्दा मेडिसनल प्लांट (Best medical plant) के औषधीय गुणों पर रिसर्च की जाएगी, ताकि विभिन्न प्रजातियों की खोज केे बाद इसका इस्तेमाल बेहतरीन तरीके से हर्बल प्रोजैक्ट (Herbal Project) के रूप मेंं किया जा सके।
इस प्रोजैक्ट में रिसर्च स्कॉलर (Research scholar) शगुन शर्मा को बतौर जूनियर रिसर्च फैलो (Junior Research Fellow) रखा गया है, जो अगले कुछ वर्षों तक इस प्रोजैक्ट पर कार्य करेंगे। डॉ. विवेक शर्मा नेे कहा कि एटरनल यूनिवर्सिटी बडू साहिब हर्बल क्षेत्र में नया आयाम स्थापित करेगी। इसके नतीजे अगले कुछ वर्षों में देखने को मिलेंगे। ज्ञात रहे कि यूनिवर्सिटी द्वारा व्हीट ग्रास (Wheat Grass) पर किए गए दो रिसर्च के हर्बल प्रोडक्टस को पूरे देश में लॉन्च किया जा चुका है। इसके सूत्रधार डॉ. विवेक शर्मा के साथ सहायक प्रोजैक्ट इंवेस्टिगेटर प्रो. एचएस धालीवाल भी बने हैं।
डॉ. विवेक शर्मा ने कहा कि वनस्पति विभाग ने कई अन्य प्रोजैक्ट भी स्वीकृति के लिए भेजे हुए हैं। उन्होंने आयुष मंत्रालय के नेशनल मेडिसन प्लांट बोर्ड (National Madison Plant Board) के क्षेत्रीय निदेशक (Regional Director) डॉ. अरूण चंदन का कलस्टर हैड बनाने पर आभार भी प्रकट किया है।