सोलन (एमबीएम न्यूज) : डा.यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के विस्तार शिक्षा निदेशालय के सौजन्य से दाड़लाघाट में एक दिवसीय किसान मेले का आयोजन किया गया। किसान शिविर को डा.परमार विवि नौणी ने अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन के साथ मिलकर आयोजित किया था। शिविर में डा.वाईएस परमार विवि नौणी कि उपकुलपति डा.विजय सिंह ठाकुर ने विशेष रूप से भाग लिया। इस मौके पर डा. विजय सिंह ठाकुर ने उपस्थित किसानों का आह्वान किया कि वह कृषि एवं बागवानी की नवीन तकनीकों को अपनाने से अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ कर सकते हैं। श्री ठाकुर ने किसानों को कृषि एवं बागवानी में विविधता लाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि विवि वैज्ञानिकों द्वारा बागवानी, पुष्पोत्पादन तथा कृषि के क्षेत्र में किए गए विभिन्न शोध कार्यों का लाभ प्रदेशभर के किसानों तथा बागबानों तक पहुंचाना डा.परमार विवि का मुख्य उद्देश्य है।
उन्होंने कहा कि किसान कृषि के साथ-साथ बागबानी व फूलों की खेती को अपनाकर अपनी आय में बढ़ोत्तरी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज हिमाचल में किसान प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए का फूल उत्पादन हो रहे है। इसलिए किसानों को फूलों की खेती की तरफ भी ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विवि के वैज्ञानिक किसानों तथा बागबानों की सभी समस्याओं के समाधान के लिए कृतसंकल्प है।
डा. विजय ठाकुर ने कहा कि किसान-बागवानों के लिए विवि इस प्रकार के किसान मेले समय-समय पर लगाता है ताकि हमारे प्रदेश का किसान इसका लाभ उठा सकें। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे विवि द्वारा बताई जा रही तकनीकों को अपनाकर अधिक से अधिक लाभ लें। इस मौके पर उपकुलपति डा. विजय ठाकुर ने उपस्थित वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वह अपने शोध कार्यों को किसानों व बागबानों के खेतों तक पहुंचाए,ताकि किसान इसका लाभ उठा सके।
किसान मेले में विवि व विभिन्न निजी कंपनियों द्वारा फलों तथा सब्जियों सहित उनके बीजों से संबंधित प्रदर्शनियां लगाई थी,जिनका विवि के वीसी ने अवलोकन किया तथा किसानों को प्रोत्साहित किया। डा. वाईएस परमार विवि नौणी के प्रधान वैज्ञानिक व जनसंपर्क अधिकारी डा. अनिल सूद ने बताया कि मेले में निदेशक विस्तार शिक्षा डा.डीके श्रीवास्तव, डा. राजेश भल्ला, डा. जितेंद्र, डा. आरती,डा.माईचंद,संयोजक उपेंद्र गांधी व अन्य वैज्ञानिकों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि मेले में 300 किसानों ने भाग लिया।