मंडी : देश कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लॉक डाउन है और इस स्थिति में भी कुछ छिछोरों की आशिकी का भूत नहीं उतर रहा है। लॉक डाउन में दादी की मौत का बहाना बनाकर दो छिछोरों ने लड़की को भगाने की ऐसी ओच्छी हरकत को अंजाम दिया है, जिसके बारे में आप पढ़ेंगें तो दंग रह जाएंगे।
कुल्लू और सरकाघाट के दो युवक मनाली में रह रहे थे। दोनों ने लड़की को भगाने के लिए एसडीएम मनाली से दादी की मौत का बहाना बताकर झूठा कर्फ्यू पास बनवा दिया। यह कर्फ्यू पास मनाली से सरकाघाट के लिए बना था, लेकिन दोनों की गाड़ी जंजैहली के लिए घूम गई। बगस्याड में पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान दोनों को पकड़ा तो इन्होंने यहां पुलिस को चकमा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
नाके पर तैनात पुलिस को दोनों ने यह बताया कि दादी की मौत हो गई है और वह जंजैहली अपनी बहन को लेने के लिए जा रहे हैं। पुलिस को दोनों छिछोरों की बातों पर संदेह हुआ, लेकिन इन्होंने एक और शातिराना चाल चली। यहां से इन्होंने एसडीएम थुनाग को फोन किया और बहन को लाने की बात कही। एसडीएम थुनाग ने इन्हें अपनी बहन को ले जाने की अनुमति दे दी। एक युवक ने एसडीएम को अपने पिता का नंबर भी दिया, लेकिन जो नंबर दिया वह सिम कार्ड उसी युवक के पास था।
एसडीएम ने जब उस नंबर पर फोन किया तो उसी युवक ने थोड़ी आवाज बदलकर अपना ही बाप बनकर एसडीएम से बात की। एसडीएम को यहीं से संदेह हो गया और उन्होंने पुलिस वालों से निगरानी रखने को कहा। दोनों यहां से जंजैहली के लिए चले और वहां पर सड़क किनारे लड़की का इंतजार करने लगे लेकिन लड़की नहीं आई। पुलिस वाले इनके पीछे लग गए थे। अंधेरा होते ही दोनों वहां से खाली हाथ लौट आए और रात के अंधेरे में लाईटें बंद करके गाड़ी चलाने लगे।
दोबारा जब यह पुलिस के नाके पर पहुंचे तो पुलिस कर्मियों ने पूछा कि तुम्हारी बहन कहां है, जिसे लेने के लिए गए थे। बस इसके बाद इनके पास और कोई चारा नहीं बचा। दोनों को पुलिस ने दबोच लिया और जंजैहली थाने ले गए। जहां इन्होंने पुलिस को दबी जुबान में बताया कि लड़की ने धोखा दे दिया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ डीएम एक्ट का उल्लंघन करने को लेकर मामला दर्ज कर लिया है। एसडीएम थुनाग सुरेंद्र मोहन ने मामला दर्ज होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि कर्फ्यू पास का दुरूपयोग करने का मामला सामने आया है, जिसे लेकर मामला दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है।