फागू (जेएस चौहान): हर वर्ष की भांति इस बार भी शावगा स्कूल के खिलाड़ी छात्र-छात्राओं ने वालीबॉल में राज्यस्तरीय प्रतिस्पर्धा में स्तरीय खेल प्रदर्शन कर स्कूल एवं क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उन्होंने राजकीय उच्च विद्यालय शावगा के लिए कुल 12 पदक झटके, जिनमें 10 स्वर्ण एवं 2 कांस्य पदक शामिल हैं। यह जानकारी स्कूल के मुख्याध्यापक कैलाश शर्मा ने देते हुए बताया कि अंडर-16 के खिलाडिय़ों की प्रतिस्पर्धा होनी बाकी है, जिसमें दो पदक आने की और उम्मीद है।
स्कूल स्टाफ विजेता खिलाडिय़ों के साथ सामूहिक चित्र में।शर्मा ने बताया कि इन खिलाडिय़ों में अधिकतर खिलाड़ी ऐसे हैं जो राष्ट्रीय स्तर पर कई बार प्रदेश की टीम से भाग ले चुके हैं, जबकि कुमारी मिताली चार बार राष्ट्रीयस्तर पर वालीबॉल खेलने का रिकार्ड बना चुकी है, जिसे तोडऩा अब किसी के लिए नामुमकिन है। इन खिलाडिय़ों में तीन तरह के खिलाड़ी, जिनमे अंडर-14 छात्राएं, अंडर-19 छात्राएं तथा अंडर-14 छात्र शामिल हैं।
वालीबाल अंडर-14 छात्राओं के खेल प्रदर्शन की बात की जाए तो जिला सिरमौर की लगभग पूरी टीम इसी स्कूल से चयनित की गई थी, जिनमें टीम कैप्टन निताली, प्रिया, नीरज, श्रुति, वैशाली, स्मृद्धि एवं सुहानी ने विशिष्ट खेल का प्रदर्शन करते हुए जिला के लिए प्रथम स्थान तथा अपने लिए गोल्ड मैडल अर्जित किए। इसी के साथ वालीबॉल अंडर-19 की तीन छात्राएं इसी स्कूल से चुनी गई थी, जिनमें चार बार की राष्ट्रीय खिलाड़ी मिताली, दो बार की राष्ट्रीय खिलाड़ी आंचल एवं नीलम शामिल हैं। इन्होंने ने भी जिला के लिए प्रथम स्थान हासिल किया तथा स्वयं के लिए गोल्ड मैडल जीते।
इसी प्रकार छात्रों की सिरमौर अंडर-14 वालीबाल टीम में इसी स्कूल के अभय और दीक्षांत ने भाग ले कर तीसरा स्थान प्राप्त किया तथा दो कांस्यपदक पर कब्जा किया। इन उपलब्धियों के लिए प्रधानाध्यापक कैलाश शर्मा, पूर्व प्रधानाध्यापक विजय वर्मा, ग्राम पंचायत प्रधान मीरा ठाकुर तथा एसएमसी अध्यक्ष सुरेश ने खिलाड़ी छात्र-छात्राओं को तथा स्थानीय पीईटी को बधाई देते हुए कहा कि इस स्कूल की जिला, राज्य ही नहीं अपितु राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का श्रेय स्थानीय शारीरिक अघ्यापक ठाकुर रणवीरसिंह को जाता है। इस उपलब्धि पर खुश होकर स्थानीय व्यक्ति सुरेंद्र (शालू) ने सारे स्कूल को जलेबियां खिलाने का ऐलान किया है।