एमबीएम न्यूज/नाहन
पीजी कॉलेज में बीए अंतिम वर्ष की छात्रा निशा की सर्पदंश की वजह से 29 सितंबर को मौत हो गई थी। कॉलेज के सैंकड़ों छात्रों ने सोशल मीडिया में मिलनसार स्वभाव की निशा के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक प्रकट किया था।
गरीब परिवार विक्रमबाग में रहकर गुजर-बसर कर रहा है। निर्धन परिवार ने प्रशासन से मुआवजे की गुहार लगाई है। हालांकि मूलत: परिवार हरिपुरधार क्षेत्र का रहने वाला है, लेकिन परिवार की गरीबी की वजह से विक्रमबाग के ही रहने वाले मदन लाल अग्रवाल ने निशा का दो साल की उम्र से लालन-पोषण किया था। पिता भीम सिंह ने प्रशासन से मुआवजे की गुहार लगाते हुए कहा कि 15 सितंबर की रात को सोते वक्त निशा को सांप ने डस लिया था।
108 में मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां से उसे चंडीगढ़ रैफर किया गया था। 15 सितंबर से ही निशा आईसीयू में थी। उधर छुट्टी की वजह से एसडीएम कार्यालय में मुआवजे को लेकर बात नहीं हो पाई, लेकिन बताया जा रहा है कि इस तरह की घटनाओं में प्रशासन के पास मुआवजे का प्रावधान होता है।
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