मोक्ष शर्मा/नाहन
शहर के कच्चे टैंक की रहने वाली मासूम नन्ही बच्ची अपनी कला के बूते अपने अस्वस्थ गरीब पिता के सपनों को साकार करना चाहती है। इसी जज्बे साथ ही आदर्श विद्या निकेतन स्कूल में पांचवी कक्षा की छात्रा ऐनम चौहान आगे बढ़ रही है। बीती रात चंडीगढ़ में आयोजित टीवी रियल्टी शो ” किसमें कितना है दम” के ग्रैंड फिनाले में टॉप- 3 में जगह बनाने पर नन्ही बच्ची की आंखें नम हो गई
दरअसल नन्ही ऐनम के पिता पेशे से टैक्सी ड्राइवर हैं, लेकिन दो हादसों की वजह से पिता अब अस्वस्थ रहने लगे हैं। मां मोहिनी चौहान लेडीस टेलरिंग कर परिवार का गुजर-बसर चला रही है। नन्ही सी उम्र में ऐनम ने अपने परिवार के दर्द को नजदीक से महसूस कर लिया है। वो चाहती है कि जब डांस की अपनी प्रतिभा से उसे आमदनी होगी तो वो अपने पिता को एक कार खरीद कर देगी, ताकि पिता को दिहाड़ी के लिए न भटकना पड़े।
पिता मोहम्मद इंतजार बेटी की इस सोच पर अक्सर भावुक हो जाते हैं। ऐनम को आगे बढ़ाने में चाचा इमरान चौहान के इलावा मामा संजीव भी भरसक कोशिश कर रहे हैं। डीडी पंजाबी के रियलिटी शो ” किसमें कितना है दम” में नन्ही बच्ची ग्रैंड फिनाले तक ऐसे ही नहीं पहुंच गई, बल्कि उसे नाहन के बाद लुधियाना व जालंधर में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाना पड़ा। टॉप थ्री में जगह हासिल करने वाली नन्ही ऐनम इतनी कम उम्र में यह बात बखूबी समझ चुकी है कि वह अपनी प्रतिभा के बूते जल्द ही अपने पिता के लिए एक कार खरीद सकती है।
रिश्ते में ऐनम के चाचा मोहम्मद अमन ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क को बताया कि बच्ची बचपन से ही बेहद भावुक है, जिसने परिवार की ग़ुरबत के इलावा पिता के अस्वस्थ होने तक का सफर अपनी आंखों से देखा है। उन्होंने बताया कि बीती रात भी जब ग्रैंड फिनाले में तीसरे स्थान पर रही तो उसकी आंखें नम थी। फिलहाल ऐनम तीसरा स्थान हासिल करने के बाद घर नहीं आई है, लिहाजा लौटने पर ही पता चलेगा कि अब उसका अगला पड़ाव क्या है?