हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान (पीएमजी दिशा) के तहत इलैक्ट्रानिकी और सूचना प्रौघोगिकी मंत्रालय भारत सरकार के सौजन्य से हिमालयन महिला एवं जन कल्याण संस्था, भोरंज के तीन हजार स्कूली, कालेज व औघोगिक प्रशिक्षण इकाइयों मे शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों को तीन माह के भीतर डिजिटल प्रशिक्षण प्रदान कर डिजिटल बनाएगी। वहीं उपरोक्त संस्थानों मे प्रसासन व स्कूल मुखियाओं के सहयोग से यह प्रशिक्षण पूरा कर अभियान की विस्तृत रिपोर्ट केन्द्रीय मंत्रालय को भी सौंपी जाएगी।
काबिलेगौर है कि भोरंज की 33 पंचायतों मे यह अभियान एक साथ चलाया जाएगा। प्रत्येक पंचायत के अंर्तगत चल रहे निजी व सरकारी संस्थान योजना के दायरे में आएंगे। अत: योजना के सफल नियोजन के लिए ग्राम पंचायतो को भी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी। योजना के प्रथम चरण में प्रत्येक पंचायत से 250 ग्रामीण युवाओं को सीधा लाभ देकर डिजिटल बनाया जाएगा। वहीं प्रशिक्षण पूरा होने के उपरांत इलैक्ट्रानिकी और सूचना मंत्रालय भारत सरकार द्वारा डिजिटल प्रमाण पत्र भी सौंपे जाएगें। जिनका महत्व-महत्वपूर्ण होगा।
ग्राम पंचायत व स्कूल कॉलेज स्तर पर 14 साल की आयु से अधिक ग्रामिणों व शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों को 10-10 दिवसीय निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा, व प्रशिक्षण पूरा होने के उपरांत ऑनलाइन परीक्षा भी ली जाएगी। घर द्वार पंचायतो व स्कूलों मे ही होने वाले इस प्रशिक्षण के लिए बच्चों को यह प्रशिक्षण उनके ही स्कूलों में दिया जाएगा।
प्रशिक्षण के दौरान यह सिखाया जाएगा
प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता योजना के तहत, बच्चों को कम्पयूटर की शुरूआती क, ख, ग, ईमेल आई डी बनाना, इसका उपयोग करना ऑनलाइन बिलिंग, व डिजिटल साक्षरता के माध्यम से डिजिटल समावेश तथा डिजिटल समावेश के माध्यम से महिलाओं और मुख्य धारा से परे ग्रामिण लोगों को सशक्त बनाना होगा।
भोरंज से होगी शुरूआत…
इस योजना की शुरूआत भोरंज से शुरू कर दी गई है। व यह अभियान पूरे प्रदेश मे इसी तरह सुचारू रूप से स्कूल, कॉलेज, औघोगिक इकाइयों, ग्राम पंचायतों में भी क्रियान्वित किया जाएगा। पहले दौर में प्रत्येक पंचायत से 250 ग्रामिण युवाओं बच्चों का चयन कर इन्हें प्रशिक्षण इनके घर द्वार ही दिया जाएगा। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री ग्रामिण डिजिटल साक्षरता अभियान के तहत कोई ग्राम पंचायत निजी या फिर सरकारी स्कूल या औघोगिक इकाई अगर अभियान मे कोताही बरतेगी या फिर योंजना को सुचारू रूप् से चलाने में अपना सहयोग नही करेगी ऐसे संस्थान की शिकायत सीघा पी.एम.ओ. कार्यालय को भी भेजी जाएगी।
यह प्रोजैक्ट राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित भोरंज (हमीरपुर) की एक संस्था को मिला है। जिसकी अप्रूवल संस्था मुख्यालय को भेज दी गई है। अत: तीन माह के भीतर प्रौजैक्ट संबधी प्रशिक्षण पूरा कर रिपोर्ट प्रौघोगिकी मंत्रालय भारत सरकार को सौपने बारे निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
आरएल ठाकुर, राज्य परियोजना निदेशक धर्मशाला
प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के तहत शनिवार को उन्हें मंजूरी पत्र मिला है जिस बारे संस्था पदाधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए है। अत: तीन माह के भीतर संस्था ग्रामिणों को डिजिटल प्रशिक्षण प्रदान कर रिपोर्ट संबंधित मंत्रालय को सौपेंगी। अंजू ठाकुर, अध्यक्षा हिमालयन महिला एंव जन कल्याण संस्था