कुल्लू (नीना गौतम): कोटखाई की गुडिय़ा को सटीक इंसाफ मिलने की उम्मीद बंध गई है। सरकार ने सीबीआई को जांच सौंपने का फैसला ले लिया है। लेकिन आठ साल की एक नन्हीं बच्ची की आत्मा भी इंसाफ मांग रही है, जिसे मणिकर्ण के नजदीक बलात्कार के बाद मौत के घाट उतार दिया गया था। कुछ दिन तक सामाजिक संगठनों ने मामले को लेकर प्रदर्शन किए, लेकिन तकरीबन अढ़ाई महीने बीत जाने के बावजूद गुनाहगार आजाद घूम रहा है।
सीसी फुटेज में पुलिस को गुनाहगार की परछाई तो मिल गई है, लेकिन उसके गिरेबान तक खाकी नहीं पहुंची है। यूएसए की कंपनी को सीसी फुटेज भेजी गई है, ताकि सीसी फुटेज की धुंधली तस्वीर से परत हट सके। गौरतलब है कि 28 अप्रैल को 8 साल की मासूम बच्ची को बलात्कार के बाद मौत के घाट उतार दिया गया था। इसके बाद लाश को व्यास नदी के किनारे फेंक दिया गया था। पुलिस की जांच यहां तक पहुंच चुकी है कि जब गुनाहगार बच्ची को बहला-फुसला कर अपने साथ ले जा रहा था तो उस समय एक ओर बच्ची भी उनके साथ थी।
यह मामला प्रवासी लोगों से जुड़ा हुआ है, जो शनि दान मांग कर अपना गुजर बसर करते हैं। संभवत: गुनाहगार भी इसी कबीले का है। उधर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एनएस नेगी का कहना है कि पुलिस इस मामले पर गहनता से जांच कर रही है। उन्होंने माना कि यूएसए की कंपनी को सीसी फुटेज भेजी गई है, ताकि आरोपी की तस्वीर को सही तरीके से पहचाना जा सके।