शिमला (एमबीएम न्यूज): दिल्ली के बहुचर्चित निर्भया कांड ने देश को हिलाकर रख दिया था। साल 2017 में हिमाचल में भी दो ऐसे सनसनीखेज मामले सामने आ चुके हैं, जिसने हर किसी के रौंगटे खड़े कर दिए थे। शुक्रवार को जब सुप्रीमकोर्ट ने निर्भया कांड के दोषियों की सजा बरकरार रखी तो देवभूमि के लोगों की नजरें भी इन दो प्रकरणों की तरफ टिक गई थी।
केस नंबर -1
यह मामला बद्दी इलाके में फरवरी 2017 में सामने आया था। सात साल की मासूम बच्ची को पहले शराब पिलाने की कोशिश की गई। फिर दुराचार को अंजाम दिया गया। इसके बाद बच्ची को मौत के घाट उतार दिया गया। जंगल में गला घोंट कर मासूम बच्ची की निर्मम हत्या कर दी गई। शुरूआती छानबी में पुलिस को लगा था कि आरोपी नाबालिग है। बावजूद इसके पुलिस ने इसे निर्भया कांड की तरह ही जघन्य अपराध की श्रेणी में रख दिया था।
इस सनसनीखेज वारदात की ताजा स्टेटस रिपोर्ट के बारे में एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने डीएसपी खजाना राम से बात की। उन्होंने कहा कि चालान तैयार कर दिया गया है। इसे जल्द ही कोर्ट में पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरेक नजरिए से मामले की छानबीन पूरी कर ली गई है। वैज्ञाानिक सबूत भी जुटाए गए हैं।
केस नंबर-2
यह ताजा मामला है। कुल्लू के भुंतर में पिछले सप्ताह शनिवार को एक ऐसी वारदात सामने आई थी, जिसने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था। अगले एक दिन बाद ब्यास नदी के किनारे आठ साल की मासूम बच्ची का शव बरामद किया गया, जिसे दुराचार के बाद मौत के घाट उतारा गया था। पुलिस को सिर पर चोट के निशान मिले थे, लिहाजा साफ था कि बच्ची के सिर पर भारी पत्थर से वार किया गया। मासूम इस दर्द को सहन नहीं कर पाई। इस मामले को लेकर अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
पुलिस वहशी दरिंदे को गिरफ्तार करने के लिए दिन-रात एक किए है। यूपी का रहने वाला परिवार इस हैवानियत से सहमा हुआ है। साथ ही पूरा इलाका भी झुग्गी में रहने वाले इस परिवार के साथ आ खड़ा हुआ है। इस मामले को लेकर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 7 मई से सत्याग्रह शुरू करने का ऐलान भी किया गया है।
उधर इस घटना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निश्चित नेगी ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कहा कि मामला पूरी तरह से ब्लाइंड था। बावजूद इसके उम्मीद है कि जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ जाएगा।