शिमला (एमबीएम न्यूज़) : आपदा की दृष्टि से संवदेनशील शिमला जिले में मानसून के मौसम में किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग और प्रशासन ने कमर कस ली है। रेस्क्यू टीम को मौके पर बुलाने के लिए टोल फ्री नंबर 1077 जारी किया गया है।
बरसात के मौसम में जिले में अक्सर भूस्खलन होने से लोगों की जान को खतरा रहता है। इस बार प्रशासन ने शिमला शहर को 5 सैक्टरों में विभक्त किया है, जिसमें निगरानी के लिए जिला व उपमंड़ल स्तर के अधिकारियों की तैनाति की जाएगी।
मानसून ऋतु के दौरान भारी बरसात की संभावनाओं को देखते हुए उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने नदी किनारे बसे लोगों को जान-माल की सुरक्षा के दृष्टिगत सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
उपायुक्त ने आज जिला आपदा प्रबंधन के अंतर्गत मानसून से निपटने के लिए की जाने वाली तैयारीयो के संबध में बैठक के तहत यह अपील जारी की। उन्होने बताया कि जिला में आपात संचालन केन्द्र स्थापित किया गया है जिसका टाॅल फ्री न. 1077 है, जो कि 24 घंटे कार्य करेगा।
उन्होंने बताया कि आपदा के समय टाॅल फ्री नंबर अथवा फैक्स न. 0177-2805881 पर भी सुचना प्राप्त व दी जा सकती है। उन्होंने विभिन्न उपमंड़ल स्तर के अधिकारियों से अपने अपने क्षेत्र में सम्बद्ध अधिकारियों के साथ मानसून तैयारियों संबंधी बैठक तुरन्त करने के निर्देश दिए।
रोहन ने कहा कि प्राथमिक तौर पर सड़क, पेयजल उपलब्धता व बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा खाद्य आपूर्ति को सामान्य बनाए रखने के लिए संबधित विभाग तैयार रहे। उन्होने सभी विभागों को आपदा से निपटने के लिए पर्याप्त उपकरण तथा अन्य आवश्यक सामाग्री तैयार रखने के आदेश दिए।उन्होंने कहा कि लोगों को बरसात के दिनों में ज्यादा असुविधा पेड़ों के गिरने से होती है। उपायुक्त वन विभाग व वन निगम को इस संबध में समन्वित रूप से पेड़ों को मार्ग से हटाने के लिए कार्य करने के आदेश दिए।
इस दौरान जलजनित व अन्य रोगों के पनपने की संभावना रहती है, लिहाजा उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग से लोगों के बचाव के लिए दवाओं व अन्य जरूरी स्वस्थ उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि विभाग इस संबध में लोगों को जागरूक करने के लिए आवश्क पग उठाएं।