सोलन (एमबीएम न्यूज): निसंदेह नेशनल 108 एंबूलेंस सेवा वरदान बन रही है। ताजा घटनाक्रम परवाणु से जुड़ा हुआ है। यहां ईएमटी अंशुल राणा ने एक ऐसी क्रिटिकल डिलीवरी को संभव कर दिखाया है, जिसको करने के लिए संभवत: सर्जन की जरूरत पड़ती है। 14 जून की रात सवा 9 बजे 108 एंबूलेंस सेवा को एक महिला को प्रसव पीड़ा होने की सूचना मिली।
कसौली के कोटबेजा क्षेत्र के थंडुु झांगर गांव की 23 वर्षीय कविता पत्नी श्याम भारद्वाज को तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी। जैसे ही 108 एंबूलेंस मौके पर पहुंची तो कर्मियों ने पाया कि कविता की हालत नाजुक है। लिहाजा सफर मुश्किल हो सकता है। मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर पाया गया कि गर्भ में शिशु का सिर भी उल्टा है। लिहाजा ईएमटी अंशुल ने अपने स्तर पर ही क्रिटिकल डिलीवरी करवाने का फैसला लिया।
रात साढ़े 11 बजे कविता ने बेटे को जन्म दिया। इसके बाद ईएमटी अंशुल राणा व पायलट अमित परमार ने जच्चा-बच्चा को सुरक्षित ईएसआई अस्पताल परवाणु पहुंचाया।