दीक्षा कश्यप/नाहन
सफलता के लिए रिस्क उठाना जरुरी है। इस कहावत को पावंटा के नवनीत सैनी ने सब इंस्पेक्टर की परीक्षा उत्तीर्ण कर चरितार्थ किया है। 13 जनवरी 1995 को जन्मे पावंटा के पास स्थित गांव जमनीवाला के नवनीत ने सोलन कॉलेज से बीएससी (नॉन-मेडिकल) करने के बाद सीधे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी। हालांकि परिचित उन्हें बीएससी के बाद कोई भी प्रोफेशनल डिग्री जैसे एमबीए या एमएससी और बीएड करने के लिए कहते थे।
उनका कहना भी सही था क्योंकि आज की गला काट स्पर्धा के ज़माने में प्रतियोगी परीक्षा पास करना दूर की कौड़ी है। मगर नवनीत ने इसे असत्य साबित कर औरो के लिए भी प्रेरणा का काम किया है। उनका कहना है कि मंजिल अभी नहीं मिली है यह तो अभी शुरुआत है। भविष्य में वह आईएएस बनना चाहते है। उसकी तैयारी करने में दिन रात लगे है। माँ-बाप का सहयोग हमेशा मिला। नवनीत के पिता मोहन सिंह सैनी हिमाचल पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद से रिटायर हुए हैं।
माता बबीता शर्मा असिस्टेंट रीडर के पद पर एसपी ऑफिस नाहन में तैनात हैं। अपनी सफलता का श्रेय नवनीत ने अपने माँ-बाप को दिया। पुलिस में होने के बावजूद नवनीत के माता-पिता ने भरपूर समय दिया। पुलिस की नौकरी में होते हुए भी नवनीत को माँ-बाप से समय को लेकर कोई शिकायत नहीं हैं। नवनीत गरीब और असहाय लोगों के लिए काम करना चाहते हैं। उनका कहना है कि युवाओं को अपना गोल डिसाइड कर सफलता पाने के लिए सही दिशा में मेहनत से सफलता मिलती है।